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यूएस : कारें बेचना ही उनका काम है, वही करें, टैरिफ पर ट्रंप की टीम में फूट, भिड़े मस्क और नैवारो

 

नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति (us President) डोनाल्ड ट्रंप (donald trump) ने रेसिप्रोकल टैरिफ (Reciprocal Tariff) लगाकर ट्रेड वॉर का आगाज कर दिया है. टैरिफ का खाका तैयार करने में ट्रंप के ट्रेड सलाहकार पीटर नैवारो (Peter Navarro) की बड़ी भूमिका रही है. अब खबर है कि एलॉन मस्क (elon musk) और नैवारो के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है?

रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति ट्रंप के दो भरोसेमंद सहयोगियों DOGE के सर्वेसर्वा एलॉन मस्क और पीटर नैवारो के बीच अनबन की खबरे हैं. कहा जा रहा है कि टैरिफ को लेकर दोनों की सार्वजनिक तौर पर बहस भी हुई है. ट्रंप ने 2 अप्रैल को लगभग 180 देशों पर रियायती रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया. इससे अमेरिका के शेयर बाजार धड़ाम से गिरे. डॉव जोंस, एसएंडपी500 और नैस्डैक में बीते हफ्ते पांच फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई. यह 2020 के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में सबसे बड़ी गिरावट रही.

इस बीच एक इंटरव्यू में ट्रंप के सहयोगी और उनके प्रशासन के वरिष्ठ सलाहकार पीटर नैवारो ने टैरिफ का समर्थन किया. नैवारो ने कहा कि बाजार में तेज गिरावट के बाद उछाल देखने को मिलेगा. ट्रंप के कार्यकाल में डॉव जोंस 50,000 के पायदान को छूने जा रहा है. नैवारो का यह इंटरव्यू सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ, जिसके बाद मस्क ने सोशल मीडिया पोस्ट कर उन पर निशाना साधते हुए कहा कि हार्वर्ड से Econ में पीएचडी अच्छी चीज नहीं है, खराब है. बता दें कि नैवारो ने हार्वर्ड से पीएचडी की डिग्री हासिल की है.

इससे पहले भी मस्क ने अमेरिका और यूरोप के बीच में टैरिफ शून्य होने की उम्मीद जताई. उन्होंने कहा था कि मुझे उम्मीद है कि यूरोप और अमेरिका को एक साथ आगे बढ़ना चाहिए. मेरे विचार में जीरो टैरिफ की स्थिति ही बेहतर होगी जिससे यूरोप और उत्तरी अमेरिका के बीच फ्री ट्रेड हो सकेगा. मालूम हो कि ने ट्रंप ने यूरोपीय यूनियन पर 20 फीसदी का टैरिफ लगाया है.

मस्क के जीरो टैरिफ पर क्या थी नैवारो की प्रतिक्रिया
अमेरिका और यूरोप के बीच जीरो टैरिफ के मस्क के बयान पर नैवारो ने कहा कि यह जानना रोचक रहा कि मस्क यूरोप के साथ जीरो टैरिफ जोन की बातें कर रहे हैं. असल में वह समझते ही नहीं है. मुझे लगता है कि एलॉन के लिए यही ठीक रहेगा कि वह कारों की बिक्री को ही समझे. वह यही करते हैं.

बता दें कि व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में मीडिया को संबोधित करते हुए ट्रंप ने दो अप्रैल को अमेरिका के लिए मुक्ति दिवस बताया. ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को इस लिबरेशन डे की लंबे समय से जरूरत थी. अब से दो अप्रैल को अमेरिकी इंडस्ट्री के पुनर्जन्म के तौर पर याद किया जाएगा. इसी दिन को हम अमेरिका को फिर से संपन्न राष्ट्र बनाने के तौर पर याद रखेंगे. हम अमेरिका को फिर से संपन्न बनाएंगे.