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आंध्र प्रदेश के डिप्टी CM का दावा, रोहिंग्या हड़प रहे स्थानीय युवाओं के रोजगार अवसर, बढ़ रही बेरोजगारी

विजयवाड़ा । आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण (Deputy CM Pawan Kalyan) ने कहा है कि रोहिंग्या शरणार्थियों (Rohingya refugees) की वजह से स्थानीय स्तर पर बेरोजगारी (Unemployment) बढ़ रही है क्योंकि रोहिंग्या स्थानीय युवाओं के रोजगार के अवसर हड़प रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा रोहिंग्या शरणार्थी आंतरिक सुरक्षा के लिए भी चुनौती पैदा कर रहे हैं। जन सेना पार्टी के नेता ने कहा कि सिस्टम के तहत बैठे कुछ लोग ऐसे प्रवासियों को स्थायी रूप से बसाने में मदद कर रहे हैं। उप मुख्यमंत्री ने पुलिस को सीमा सुरक्षा बलों से भी अधिक सतर्क रहने की सलाह दी है।

विजयवाड़ा के गन्नावरम हवाई अड्डे पर मीडिया से बात करते हुए, पवन कल्याण ने कहा कि दक्षिणी राज्य आतंकवादियों के लिए आसान लक्ष्य हैं। इसलिए उन्होंने तटों पर निगरानी बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने राज्य पुलिस और प्रशासनिक कर्मचारियों को पत्र लिखकर सतर्क रहने को कहा है।

तटीय क्षेत्रों में निरंतर निगरानी की जरूरत
एक रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, “राज्य में आतंकवादी गतिविधियों के संकेत मिलने के बाद, मैंने डीजीपी को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि वे सुनिश्चित करें कि राज्य पुलिस अत्यधिक सतर्क रहे। मैंने उन्हें प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करने और आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। प्रवासियों की उचित निगरानी संभावित खतरों को रोकने में मदद कर सकती है। तटीय क्षेत्रों में निरंतर निगरानी और निगरानी बढ़ाने की भी आवश्यकता है।” उन्होंने कहा कि पिछले दिनों काकीनाडा में नाव से बाहरी लोगों के आने की खबरें आई थीं।

रोहिंग्याओं ने स्थानीय युवाओं के लिए बढ़ाई बेरोजगारी
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश पुलिस द्वारा हाल ही में किए गए संयुक्त अभियानों में आतंकवादी गतिविधियों के संकेत मिले हैं। उन्होंने कहा, “2017-18 के आसपास बड़ी संख्या में रोहिंग्या सुनार के रूप में काम करने के लिए आंध्र प्रदेश आए थे। म्यांमार से आने वाले रोहिंग्याओं ने स्थानीय युवाओं को बेरोजगारी के मुद्दों का सामना करने के लिए मजबूर किया है।” जन सेना नेता ने कहा कि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में एक प्रमुख मांग स्थानीय लोगों को नौकरियों को प्राथमिकता देना है, जो तेलंगाना के गठन के दौरान एक प्रमुख नारा भी था, लेकिन अब उसमें दिक्कतें आ रही हैं।

रोहिंग्या कैसे बनवा ले रहे राशन कार्ड, आधार कार्ड : कल्याण
उन्होंने कहा कि रोहिंग्या सीमा पार कर यहां आ रहे हैं और राशन कार्ड, आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र बनवा ले रहे हैं। इससे वे स्थायी नागरिक बनने में सक्षम हो जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रोहिंग्या को स्थायी निवास स्थापित करने की अनुमति देने में सिस्टम में लापरवाही बरती जा रही है। सवाल उठता है कि वे आधार, मतदाता और राशन कार्ड कैसे प्राप्त कर रहे हैं और कौन इसका रास्ता सरल बना रहा है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि सिस्टम के भीतर कुछ लोग उनकी सहायता कर रहे हैं।