यूपी में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने व्यापक असर डाला है। खेतों में खड़ी फसलों को भारी नुकसान हुआ है, वहीं कई क्षेत्रों में जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए संबंधित अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य तेज़ी से संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
“नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता” – सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा:
“प्रदेश के कई जनपदों से आंधीबारिश और ओलावृष्टि की सूचना मिली है, लेकिन चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। प्रत्येक प्रदेशवासी की सुरक्षा आपकी सरकार की प्राथमिकता है।”
उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और प्रभावित क्षेत्रों में जनहानि या पशुहानि की स्थिति में राहत राशि का तुरंत वितरण कराया जाएगा। साथ ही घायलों को तत्काल और समुचित उपचार देने के निर्देश भी दिए गए हैं।
फसलों की क्षति का होगा मूल्यांकन, मंडियों में सुरक्षित भंडारण पर ज़ोर
राज्य सरकार की ओर से गेहूं की सरकारी खरीद की प्रक्रिया पहले से ही जारी है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि मंडियों और सभी खरीद केंद्रों पर गेहूं का सुरक्षित भंडारण सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि फसलों की क्षति का आकलन कर इसकी रिपोर्ट शासन को जल्द भेजी जाए, ताकि आगे की कार्यवाही समय पर की जा सके।
जल निकासी और साफसफाई की व्यवस्था को भी प्राथमिकता
तेज़ बारिश के बाद जलभराव की आशंका को देखते हुए मुख्यमंत्री ने जल निकासी की व्यवस्था को भी प्राथमिकता पर करने को कहा है। नगर निकायों और ग्राम पंचायतों को सक्रिय भूमिका निभाने का निर्देश दिया गया है ताकि नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
मौसम विभाग की चेतावनी: 50 किमी/घंटे तक पहुंच सकती है हवा की रफ्तार
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया है कि 18 अप्रैल से 20 अप्रैल तक राज्य के कई हिस्सों में छिटपुट बारिश, तेज हवाएं (4050 किमी प्रति घंटा) और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों में मौसम की यह स्थिति बनी रह सकती है।
राज्य सरकार ने सभी जिलों के डीएम और प्रशासनिक अधिकारियों से कहा है कि वे पूरी तत्परता से राहत और पुनर्वास कार्य सुनिश्चित करें।