केंद्र सरकार के विकसित भारत कृषि संकल्प अभियान में आईवीआरआई का अभूतपूर्व योगदान
बरेली,10जून । केंद्र सरकार के विकसित भारत कृषि संकल्प अभियान के तहत भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों की टीम आज बरेली के गांव बिहारीपुर अब्दुलरहमान, क्योंलड़िया, मधु नगला पहुंची जंहा उन्होंने किसानो के साथ सीधा संवाद किया इस टीम के साथ निदेशक आई वी आर आई डॉ त्रिवेणी दत्त एवं संयुक्त निदेशक, शोध डॉ एस के सिंह ,संयुक्त निदेशक, प्रसार शिक्षा डॉ रुपसी तिवारी ने भी किसानो को नई तकनीक और सरकार की योजनाओं से रुबरु कराया।
इस अभियान के तहत आई वी आर आई अभी तक 500 गांव के लगभग 30 हज़ार किसानो को जागरूक कर चुकी संस्थान की 108 टीमें इस काम मे लगी है जो हर दिन किसानो को नई तकनीक से जोड़ने के साथ उनकी समस्याओं का समाधान कर रही है।सरकार के इस अभियान से हर रोज़ हज़ारों की संख्या मे लोग जुड़ रहे हैं।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ त्रिवेणी दत्त ने कहा कि कृषि विकसित संकल्प अभियान देश के प्रधान मंत्री एवं भारत सरकार द्वारा वर्ष 2047 में कृषि से इस देश को विकसित भारत बनाएँ । इस सपने को साकार करने के लिए माननीय कृषि मन्त्री श्री शिव राज सिंह चौहान के मार्ग दर्शन में पूरे देश में यह एक कृषि विकसित संकल्प अभियान चलाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य है कि हमारे देश के वैज्ञानिकों और किसानों का सीधे संवाद हो । इसके अतिरिक्त संस्थान ने जो तकनीकी विकसित की है उसका प्रदर्शन करना । इसके अतिरिक्त हमारे किसानों ने परंपरागत कुछ नवीन पद्धितियां विकसित की हैं उनको संस्थान के वैज्ञानिकों से साझा करें। उन्होने कहा कि हमारे संस्थान के 108 वैज्ञानिक तथा 504 कर्मचारियों की टीम तथा कृषि वैज्ञानिक किसानों की समस्याओं का समाधान बरेली बदायूं तथा रामपुर के जनपद में जाकर कर रही है।
संस्थान के संयुक्त निदेशक शोध डॉ एस के सिंह ने कहा कि किसानों सै वैज्ञानिक संवाद से किसानों की जानकारी तो बढेगी ही अपितु किसानों के अनुरूप शोध कार्य भी होंगे ।उन्होने कहा की आप आई वी आर आई से जुड़े रहिए तथा यहाँ की जानकारियों का लाभ उठाएँ ।
संयुक्त निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ रूपसी तिवारी ने कहा कि संस्थान के वैज्ञानिक आपके द्वार आए है आप अपनी समस्याओं को हमसे साझा करें ।संस्थान ने किसानों एवं पशु पालकों के लिए विभिन्न बीमारियों से संबन्धित एपिसोड बनाए हैं जिनको आप अपने मोबाइल पर डाउनलोड करके लाभ उठा सकते हैं ।
इस अवसर पर गाँव के किसानों ने निदेशक महोदय को आवारा पशुओं की समस्या तथा पशुओं में खुरपका मुंहपका बीमारी तथा गलघोंटू कि समस्या के बारे में बताया जिसके उत्तर में निदेशक महोदय ने कहा कि आवारा पशुओं के लिए राष्ट्रव्यापी योजना बनाई जा रही है।
इस अवसर पर संस्थान के डॉ महेश चन्द्र , डॉ सोनालिका महाजन, डॉ अखिलेश डॉ लक्ष्य यादव सहित छात्र आदि उपस्थित रहे । बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट