लखीमपुर खीरी: बाघ के हमले से दहशत, खेत की रखवाली कर रहे किसान को किया घायल
पलियाकलां। दुधवा नेशनल पार्क के किशनपुर सेंचुरी के पास फसल की रखवाली कर रहे एक किसान पर मंगलवार देर शाम बाघ ने हमला कर दिया। हमले में किसान गंभीर रूप से घायल हो गया। खेतों में काम कर रहे अन्य लोगों के शोर मचाने पर बाघ उसे छोड़कर जंगल की ओर भाग गया।
बाघ ने किया हमला, जंगल में खींचने की कोशिश
गांव कटौया निवासी राजेश उर्फ जेस्सा (45) किशनपुर सेंचुरी के पास बसंत नगर फार्म में फसल की देखभाल कर रहे थे। रोज की तरह मंगलवार रात करीब आठ बजे जब वह खेत में थे, तभी जंगल से निकले बाघ ने उन पर हमला कर दिया और उन्हें खींचकर जंगल ले जाने की कोशिश की।
राजेश की चीख-पुकार सुनकर आसपास खेतों में मौजूद किसान और मजदूर लाठी-डंडे लेकर दौड़े और जोर-जोर से शोर मचाया। हंगामा सुनते ही बाघ कुछ दूरी पर राजेश को छोड़कर वापस जंगल की ओर चला गया।
परिजनों में मचा कोहराम, वन विभाग को दी गई सूचना
घटना की सूचना मिलते ही परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए। घायल किसान खून से लथपथ था। ग्रामीणों ने तत्काल वन विभाग को सूचना दी और राजेश को सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) ले गए।
डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
वन विभाग की टीम अलर्ट पर, किसानों को दी सतर्कता की सलाह
घटना की जानकारी मिलने के बाद बुधवार को भीरा रेंज की वन विभाग टीम घटनास्थल पर पहुंची और मुआयना किया।
रेंजर अंकित कुमार ने बताया कि बाघ की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए टीम तैनात की गई है। उन्होंने किसानों और मजदूरों से सतर्क रहने की अपील की और कहा कि खेतों की ओर समूह में जाएं और तेज आवाज में बातचीत करें, ताकि बाघ दूर रहे।
इलाज जारी, ग्रामीणों में दहशत
घायल किसान राजेश का इलाज जिला अस्पताल में जारी है। इधर, बाघ के हमले से ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। लोग वन विभाग से सुरक्षा के ठोस इंतजाम करने की मांग कर रहे हैं।