उत्तर प्रदेशराज्य

रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय एवं CRISP के मध्य समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित

बरेली, 27 मार्च। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली के कुलपति कार्यालय स्थित समिति कक्ष में कल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केपी सिंह की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय एवं और उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत स्थित सेंटर फॉर रिसर्च इन स्कीम्स एंड पॉलिसीज (CRISP) के मध्य “केंद्र फॉर हायर एजुकेशन क्वालिटी अपग्रेडेशन एंड एनहांसमेंट”(CHEQUE)
परियोजना पर एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किया गया। उक्त समझौता ज्ञापन पर विश्वविद्यालय के कुल सचिव श्री संजीव कुमार सिंह द्वारा हस्ताक्षर किए गए तो वहीं दूसरी ओर प्रोफेसर बलराज चौहान द्वारा भी इस पर हस्ताक्षर किए गए।इसके पश्चात, “Appprentice Embedded Degree Program: Objectives and Implications” विषय पर एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
MOU का उद्देश्य:- इस MOU का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय और उससे संबंधित महाविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता और रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने हेतु उत्तर प्रदेश की नीतियों के क्रियान्वयन और उद्देश्यों पर विस्तृत चर्चा करना था।
मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि:-
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर बलराज चौहान, राज्य प्रमुख, सेंटर फॉर रिसर्च इन स्कीम्स एंड पॉलिसीज, लखनऊ, ने रोजगार उन्मुख शिक्षा पर विस्तृत विचार प्रस्तुत किए। श्री घनश्याम खंडेलवाल, BL Agro Industries के अध्यक्ष, जो इस कार्यक्रम के अतिथि सम्माननीय थे, ने भारत में औद्योगिकीकरण की वृद्धि के लिए आवश्यक शिक्षा और कौशल विकास पाठ्यक्रमों के निर्माण पर विचार व्यक्त किए।
विशेष अतिथि:- कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में श्री सिपु गिरी, IAS, विशेष सचिव, उच्च शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश, ऑनलाइन जुड़े। उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य की शिक्षा की प्राथमिकताओं और राज्य के गरीब छात्रों के लिए रोजगार उन्मुख शिक्षा के संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
विश्वविद्यालय के योगदान:- विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक्स, प्रोफेसर एसके पांडे ने रोजगार उन्मुख कौशल विकास पाठ्यक्रमों को महाविद्यालयों में शुरू करने के लिए अवसंरचना और फैकल्टी गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में डॉ. चंद्रमणि सिंह, डॉ. दिव्या मलाकर, और एवीएन दीपांजलि त्रिपाठी द्वारा विशेष व्याख्यान दिए गए।
कार्यक्रम का समन्वय:-
कार्यक्रम के समन्वयक, डॉ. विशाल सक्सेना, मेकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के नोडल अधिकारी, ने Apprentice Embedded Degree Program पर अपने विस्तृत विचार प्रस्तुत किए। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार श्री संजीव कुमार और उप रजिस्ट्रार श्रीमती सुनीता यादव ने भी अपने विचार साझा किए।
राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्देश्य:- इस राष्ट्रीय कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शासकीय और अशासकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों और नोडल इंचार्जों को इस पाठ्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी और प्रशिक्षण प्रदान करना था, ताकि वे नई शिक्षा नीति 2020 के अनुपालन में अपने महाविद्यालयों में कौशल विकास पाठ्यक्रम शुरू कर सकें। इसके अतिरिक्त, जो महाविद्यालय NAAC Accredited नहीं हैं, वे NAAC Accredited हो सकें, जिससे उनके महाविद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधार सके।
परियोजना में नियुक्त शैक्षणिक मेंटर्स:-
इस परियोजना के तहत दो शैक्षणिक मेंटर्स, प्रोफेसर बीआर कुकरेती और प्रोफेसर सुधीर कुमार, नियुक्त किए गए हैं।
विशेषज्ञ वक्ता:- कार्यक्रम के विशेषज्ञ वक्ता डॉ. आशीष कुमार सक्सेना, मुख्य प्रबंधक, BL Agro, ने विषय संबंधित व्याख्यान दिए। इस कार्यक्रम में डॉ. अमित सिंह, डॉ. यतेंद्र कुमार, डॉ. संदीप कुमार, डॉ. मनोज कुमार सिंह, डॉ. इंद्रप्रीत कौर, श्री महेश, और मिस फर्खुंदा रहमान का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम के दौरान डॉक्टर अमित सिंह, डॉ आभा त्रिवेदी, श्रीमती कामिनी विश्वकर्मा, तपन वर्मा सहित विश्वविद्यालय के शिक्षा एवं कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में संबद्ध कॉलेजों के प्राचार्य गण उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम के माध्यम से महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड विश्वविद्यालय ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और रोजगारपरक कौशल विकास को आगे बढ़ाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट