MP की अमरवाड़ा सीट पर तीसरी पार्टी की एंट्री से दिलचस्प हुई लड़ाई, कमलनाथ ने चला मास्टरस्ट्रोक
अमरवाड़ा: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में एक बार फिर प्रतिष्ठा का चुनाव होने जा रहा है. छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट (Amarwara Assembly Seat) के उपचुनाव (By-Elections) को बीजेपी (BJP) के साथ कांग्रेस (Congress) के दिग्गज कमलनाथ (Kamalnath) ने भी प्रतिष्ठा की लड़ाई बना लिया है. बीजेपी के बाद कांग्रेस उम्मीदवार के नाम का ऐलान होने के बाद अमरवाड़ा उपचुनाव की तस्वीर साफ हो गई है.
यहां लड़ाई बीजेपी के राजा बनाम कांग्रेस के संत परिवार के बीच हो गई है. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के उम्मीदवार की मौजूदगी ने मुकाबला रोचक बना दिया है.अमरवाड़ा सीट के उपचुनाव के लिए 10 जुलाई 2024 को वोटिंग होगी. छिंदवाड़ा जिले कि अमरवाड़ा सीट पर उपचुनाव कमलेश शाह के लोकसभा चुनाव के दौरान विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी जॉइन करने के कारण हो रहा है. बुधवार को इस सीट पर उम्मीदवारों को लेकर सस्पेंस पूरी तरह खत्म हो गया.
बीजेपी कैंडिडेट कमलेश शाह के सामने कमलनाथ ने 35 साल के धीरन शाह इनवाती को कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी बनाया है. गोंड आदिवासी समाज की आस्था के सबसे बड़े केंद्र आंचल कुंड धाम की तीसरी पीढ़ी के संत सुखरामदास के बेटे धीरन शाह इनवाती गुरुवार (20 जून) को अपना पर्चा दाखिल कर रहे हैं.
दरअसल,कांग्रेस उम्मीदवार धीरन शाह इनवाती जिला सहकारी समिति में बतौर सेल्समैन पदस्थ थे. कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि कमलनाथ से फाइनल बातचीत के बाद उन्होंने मंगलवार (18 जून) को ही नौकरी से इस्तीफा दे दिया. लेकिन,काफी मशक्कत और सरकारी बहानेबाजी के बाद बुधवार (19 जून) को इनवाती का इस्तीफा मंजूर हुआ. कहा जा रहा है कि काफी मान-मनौव्वल के बाद संत सुखरामदास अपने बेटे धीरन शाह इनवाती को कांग्रेस की टिकट पर उम्मीदवार बनाने को राजी हुए है.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान आंचल कुंडधाम, बटकाखापा, हर्रई में धाम के संत सुखराम दास महाराज की मौजूदगी में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 25 प्रमुख लोगों से मुलाकात की थी. अब भाजपा-कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बने अमरवाड़ा उपचुनाव में आंचल कुंड धाम के सेवादार परिवार के धीरन शाह इनवाती को टिकट देकर कमलनाथ ने बड़ा मास्टरस्ट्रोक चला है.
बताया जाता है कि कमलनाथ ने 43 साल पहले आंचल कुंडधाम, बटकाखापा से पदयात्रा निकालकर अपनी सियासी पारी की शुरुआत की थी.कमलनाथ ने जब छिंदवाड़ा से 1980 में पहला चुनाव लड़ा था, उस समय आंचल कुंड के सेवादार रतनदास जी दादा थे. कमलनाथ उस समय दरबार में आए थे.तब यहां सड़क नहीं थी.इस वजह से कमलनाथ बटकाखापा से 5 किमी पैदल आंचलकुंड पहुंचे थे.
अब कांग्रेस उम्मीदवार के नाम का ऐलान होने के बाद अब अमरवाड़ा सीट के उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला तय माना जा रहा है. बीजेपी ने कांग्रेस छोड़कर आए पूर्व विधायक और हर्रई राजघराने के कमलेश शाह को प्रत्याशी बनाया है.