धर्म

19 अगस्त को मनाया जाएगा रक्षाबंधन, जानिए शुभ मुहूर्त

 


यह त्यौहार भाई-बहन के रिश्ते को मनाने और मजबूत करने के लिए समर्पित है। यह भाइयों और बहनों की एक-दूसरे की रक्षा और प्यार करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ऐतिहासिक रूप से, बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी (एक सुरक्षा डोरी) लपेटती थीं, जो उनके स्नेह और उनके भाइयों के स्वास्थ्य की कामना का प्रतीक है। बदले में, भाई अपनी बहनों की सुरक्षा और सहायता करने का वादा करेंगे। यह त्योहार पारिवारिक संबंधों और रिश्तों में पारस्परिक देखभाल के महत्व को रेखांकित करता है।

संस्कृत महाकाव्य के अनुसार, जब भगवान कृष्ण ने पृथ्वी पर धर्म की रक्षा के लिए भगवान शिशुपाल का वध किया, तो उनकी उंगली में चोट लग गई, जिससे उन्हें खून बहने लगा। पांडवों की पत्नी द्रौपदी ने अपनी साड़ी का एक टुकड़ा फाड़कर भगवान कृष्ण की खून बह रही उंगली पर बांध दिया। भगवान कृष्ण ने द्रौपदी के उनके प्रति अगाध प्रेम और चिंता को देखते हुए उनकी रक्षा करने का वचन दिया।
द्रौपदी का चीरहरण कई वर्षों बाद हुआ जब पांडव अपने चचेरे भाई कौरवों से पासा खेल हार गए। यह उस समय की बात है जब भगवान कृष्ण ने अपनी दिव्य शक्तियों के माध्यम से अपनी बहन की गरिमा की रक्षा की, उसे नुकसान से बचाने के अपने कर्तव्यों का पालन किया।

2024 का रक्षा बंधन उत्सव श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि से शुरू होगा, जो 19 अगस्त को सुबह 3:04 बजे शुरू होगा और उसी दिन रात 11:55 बजे समाप्त होगा।

पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ- 19 अगस्त 2024 प्रातः 03:04 बजे
पूर्णिमा तिथि समाप्त – 19 अगस्त 2024 को रात 11:55 बजे

रक्षा बंधन भद्रा पूंछ – 19 अगस्त 2024 – प्रातः 09:51 बजे से प्रातः 10:53 बजे तक
रक्षा बंधन भद्रा मुख – 19 अगस्त 2024 – सुबह 10:53 बजे से दोपहर 12:37 बजे तक
रक्षा बंधन भद्रा समाप्ति समय – 19 अगस्त 2024 – दोपहर 01:30 बजे

रक्षा बंधन शुभ मुहूर्त 19 अगस्त 2024 – दोपहर 01:58 बजे से रात 09:19 बजे तक
19 अगस्त 2024 को रक्षा बंधन मनाने के लिए दोपहर का समय सबसे शुभ माना गया है।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Lucknow Tribune के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें... -------------------------
E-Paper