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रुहेलखंड विश्वविद्यालय में उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन

 


बरेली, 25जनवरी।महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली में कल उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस कार्यक्रम का आयोजन उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस मनाया गया। इसके इस अवसर पर विकास एवं विरासत प्रगति पद पर उत्तर प्रदेश विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो. के.पी. सिंह जी द्वारा की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं दीप मंत्र के माध्यम से हुआ। सरस्वती वंदना के पश्चात विश्वविद्यालय सांस्कृतिक केंद्र की साहित्यिक क्लब से स्वर्णिमा गुप्ता द्वारा उत्तर प्रदेश की प्रगति पर कविता पाठ किया गया । संगीत क्लब के हर्षित सिंह और सिद्धांत शर्मा द्वारा गिटार पर देशभक्ति गीत की प्रस्तुति दी गई। इसके साथ ही साथ उत्तर प्रदेश के विकास यात्रा विरासत और संस्कृति को दर्शाते हुए गीत का प्रदर्शन भी किया गया। इसके साथ ही साथ विश्वविद्यालय परिसर में उत्तर प्रदेश के उत्तर प्रदेश के शिक्षकों के साथ-साथ देश भर के विभिन्न अन्य राज्यों से आकर कार्य कर रहे शिक्षकों के द्वारा भी उत्तर प्रदेश के विकास और उत्तर प्रदेश में रहने के अपने अनुभवों को साझा किया गया जिसमें हिमाचल प्रदेश से डॉ. एस .डी. सिंह कर्नाटक प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए डॉ.एम.एस. करुणा, राजस्थान से डॉ.आशीष जैन , तमिलनाडु से डॉ. एस रामास्वामी उत्तराखंड से प्रो. सुमित्रा कुकरेती तथा उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए डॉ. अमित कुमार सिंह द्वारा अपने विचारों को प्रस्तुत किया गया ।कार्यक्रम अध्यक्ष कुलपति प्रो. केपी सिंह जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश भारतवर्ष का हृदय स्थल है तथा भारतवर्ष का चौथा बड़ा राज्य है। भिन्न-भिन्न संस्कृतियों, भाषाई विविधताओं, सहजता, सहृदयता, करुणा आदि को समेटे है। आजादी के बाद से ही उत्तर प्रदेश राजनीतिक एवं सामाजिक प्रयोगशाला की भूमिका भी निभाते आया है। श्री राम, श्री कृष्ण, गौतम बुद्ध एवं महावीर इसी पावन धरती पर हुए जिन्होंने संपूर्ण विश्व में देश का नाम उज्जवल किया। आज हम सभी उत्तर प्रदेश का 76 वाँ स्थापना दिवस मना रहे हैं। जिसकी पहल तत्कालीन गवर्नर श्री रामनायक जी ने की थी ।ब्रह्म ऋषि के रूप में जाना जाने वाला यह प्रदेश जिसे पूर्व में संयुक्त प्रांत के नाम से जाना जाता था। वर्तमान में उत्तर प्रदेश के नाम से जाना जाता है। चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य गवर्नर जनरल के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश न केवल एक राज्य के रूप में स्थापित हुआ बल्कि एक भारत श्रेष्ठ भारत के उद्देश्यों के आधार पर निरंतर प्रगति पथ पर अग्रसर रहा तथा हमारा उत्तर प्रदेश एक जीवंत राज्य है जो समृद्ध ऐतिहासिक, सांस्कृतिक तथा आधुनिक गतिशील राज्य है और जैसा कि आज की संगोष्ठी का विषय है, विविधतापूर्ण संस्कृतियों और ऐतिहासिक धरोहरों से धरोहरों का प्रदेश है। निकट भविष्य में यह उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश ही नहीं देश का सर्वोत्तम प्रदेश सिद्ध होगा। इसकी स्थापना और प्रगति यात्रा हमें प्रेरित भी करती है कि हम अपने प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर कार्यरत रहे। इस अवसर पर उन्होंने सभी शिक्षकों कर्मचारियों और विद्यार्थियों को स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई भी दी। धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव श्री संजीव कुमार जी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सांस्कृतिक समन्वयक डॉ. ज्योति पाण्डेय ,डॉ. इंदरप्रीत कौर, डॉ. अतुल कटियार , डॉ. रीना पंत, डॉ. सौरव वर्मा , डॉ.सुमित्रा कुकरेती, डॉ. अमित कुमार सिंह, डॉ. एस.डी.सिंह, ममता सिंह,श्री तपन कुमार , मनोज पाण्डेय, अजय मौर्य, शिक्षक,अधिकारी, कर्मचारी , विद्यार्थी दीपांशु, कृष्णागी, श्रेया, पीयूष, आदि उपस्थित रहे।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट