UP Weather: यूपी में शीतलहर, गलन वाली ठंड से इस दिन से मिलेगी राहत
UP Weather: भीषण गलन से कांप रहे यूपी के लोगों को मंगलवार 16 जनवरी के बाद कुछ राहत मिलने के आसार बन रहे हैं। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि हवा का रुख पछुवा के बजाए पुरवा होगा और उसके बाद दिन में धूप निकलनी शुरू होगी इससे गलन का असर कम होने लगेगा। फिलहाल मंगलवार को राज्य के कई स्थानों पर कहीं घना तो कहीं बहुत घना कोहरा छाया रहने के आसार हैं। राज्य के कुछ स्थानों पर कोल्ड डे या सीवियर कोल्ड डे का प्रकोप रहेगा। रविवार रात सबसे कम तापमान मेरठ और मुजफ्फरनगर में 3.6 डिग्री दर्ज हुआ।
16-17 को शिक्षक आएंगे स्कूल, बच्चों का अवकाश
आगरा के परिषदीय और मान्यता प्राप्त विद्यालयों में 16 और 17 जनवरी को शिक्षण कार्य नहीं होगा। बच्चे अवकाश पर रहेंगे। जिले में चल रही शीतलहर को देखते हुए डीएम के निर्देश पर परिषदीय विद्यालय में 20 तक अवकाश घोषित है। स्कूलों में शिक्षण कार्य नहीं हो रहा है। ऐसे में सोमवार को बीएसए जितेंद्र कुमार गोंड ने निर्देशों में संशोधन कर बताया, कक्षा एक से आठ तक के परिषदीय और मान्यता प्राप्त स्कूलों में 16 और 17 जनवरी को छात्र-छात्राएं विद्यालय नहीं आएंगे, लेकिन शिक्षक, शिक्षामित्र, अन्य कर्मचारियों के लिए स्कूल खुलेगा।
ताजनगरी में पांच दिन राहत नहीं
ताजनगरी में इस सप्ताह मौसम का मिजाज बदलने वाला नहीं है। तापमान स्थिर ही रहेगा, भारी गलन के साथ कोहरा छाया रहेगा और शीतलहर भी चलेगी। सुबह और देर रात कोहरा ज्यादा परेशान करेगा। सोमवार को भी तापमान में अधिक अंतर नहीं आया। हालांकि इस सुबह कोहरा कुछ कम रहा। सुबह आठ बजे के आसपास छंट गया। खुले स्थानों पर इसकी मार करीब नौ बजे तक रही। दिनभर धूप निकली, लेकिन इसके बावजूद तापमान में मामूली कमी आई है। अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम होकर 20.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जबकि निचला तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। आर्द्रता का अधिकतम प्रतिशत 92 रहा। मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन दिनों तक घना कोहरा छाया रह सकता है। इसके बाद मध्यम स्तर का कोहरा छाए रहने के आसार हैं। 21 जनवरी तक मौसम का मिजाज इसी तरह का रहेगा।
सांस रोगियों पर भारी पड़ रही सर्दी
सर्दी, गलन, शीतलहर और कोहरा सेहत पर भारी पड़ रहा है। बच्चों और सांस के मरीजों पर इसका असर बहुत ज्यादा है। बीते 15 दिनों में सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में इन मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है। गंभीर मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है। ऑक्सीजन भी देनी पड़ रही है। एसएन मेडिकल कॉलेज में सोमवार को बाल रोग की ओपीडी में 177 मरीज आए। इनमें से अधिकतर को निमोनिया, एक्यूट ब्रोंकाइटिस की शिकायत थी। बीते कई दिनों से यही चल रहा है। कुछ को सर्दी में होने वाला डायरिया भी है। ऐसे में पेट खराब होने के बाद दस्त हो जाते हैं। छोटे बच्चों में ऐसी दिक्कतें सर्वाधिक हैं, इसलिए उन्हें भर्ती करना पड़ रहा है। कुछ मरीजों को निमोनिया के कारण सांस लेने में दिक्कत हो रही है। उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट देने की जरूरत पड़ रही है। यही हाल टीबी और वक्ष रोग विभाग का है।
हेल्दी सीजन में रोग कम नहीं
सर्दी का सीजन हेल्दी माना जाता है। इसके बाद भी हर तरह के मरीज बढ़ रहे हैं। एसएनएमसी की ओपीडी में सोमवार को कुल 2170 मरीज आए। इनमें 1803 नए और 367 पुराने मरीज शामिल हैं। मेडिसिन विभाग में सर्वाधिक 396, हड्डी रोग में 346, त्वचा रोग विभाग में 214 मरीजों को देखा गया।