घर में कब लगता है वास्तु दोष? जानें लक्षण और प्रभाव
नई दिल्ली: वास्तु दोष एक ऐसा मुद्दा है, जो व्यक्ति की खुशहाली और तरक्की पर गहरा असर डाल सकता है। यदि घर में वास्तु दोष उत्पन्न हो जाता है, तो यह व्यक्ति के भाग्य को दुर्भाग्य में बदल सकता है। ऐसे में यह जरूरी है कि घर में वास्तु दोष के लक्षणों और प्रभावों को समझा जाए ताकि उचित निवारण किया जा सके।
कब लगता है वास्तु दोष?
वास्तु दोष का मुख्य कारण घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचय होता है। यहां कुछ कारण बताए गए हैं, जिनसे वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है
1. अंधेरा स्थान यदि घर में कोई ऐसा स्थान है, जहां प्रकाश नहीं पहुंचता, तो वहां नकारात्मक ऊर्जा का निर्माण होता है, जिससे वास्तु दोष हो सकता है।
2. रसोई और मंदिर में गंदगी रखना भी वास्तु दोष का कारण बनता है। स्वच्छता का अभाव नकारात्मकता को आमंत्रित करता है।
3. घर के मुख्य द्वार के सामने जूते-चप्पल उतारना भी वास्तु दोष को जन्म देता है। यह घर के वातावरण को नकारात्मक बनाता है।
वास्तु दोष के लक्षण
यदि घर में वास्तु दोष है, तो उसके कुछ स्पष्ट लक्षण होते हैं, जिनमें शामिल हैं:
स्वास्थ्य समस्याएं यदि घर के सदस्यों को बार-बार बीमारियों का सामना करना पड़ता है, तो यह वास्तु दोष का संकेत हो सकता है। अचानक आर्थिक स्थिति में गिरावट आना भी वास्तु दोष की ओर इशारा करता है। परिवार में तनाव, आपसी विवाद और मानसिक अशांति का बढ़ना वास्तु दोष के संकेत हैं।
वास्तु दोष का प्रभाव
वास्तु दोष का प्रभाव केवल घर तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह घर के सदस्यों के कार्यस्थल और जीवन के अन्य क्षेत्रों पर भी असर डालता है। यहां कुछ प्रभाव बताए गए हैं:
करियर में रुकावट घर में वास्तु दोष होने से नौकरी में तरक्की रुक जाती है और इससे व्यक्ति की मेहनत का सही परिणाम नहीं मिलता। वास्तु दोष की स्थिति में धन हानि और कर्ज की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। व्यवसाय करने वालों के लिए भी वास्तु दोष नुकसानदायक होता है, जिससे व्यापार में घाटा और समस्याएं बढ़ती हैं।
इसके लक्षण क्या हैं और इसका प्रभाव किस प्रकार व्यक्ति की जिंदगी पर पड़ता है। अगर आप अपने घर में वास्तु दोष के संकेतों को पहचानते हैं, तो उचित निवारण करना जरूरी है। इसके लिए आप वास्तु शास्त्र के अनुसार उपाय कर सकते हैं।