परीक्षा तनाव से बचाए योग और ध्यान, बढ़ेगी मानसिक क्षमता
लखनऊ: योग और प्राणायाम न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी हमें मजबूत बनाते हैं। नियमित योग करने वाले छात्रों का आत्मविश्वास अन्य की तुलना में अधिक होता है। छात्रों को रोज़ाना योग और प्राणायाम का अभ्यास करना चाहिए, जिससे वे परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें और तनाव से दूर रहें। योग विशेषज्ञों और मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, मात्र 30 मिनट का नियमित योगाभ्यास छात्रों की कई समस्याओं का समाधान कर सकता है।
परीक्षा के दौरान बढ़ता तनाव
परीक्षा के समय कई छात्रों में अनजाना भय देखने को मिलता है, जिससे कभी अत्यधिक नींद आती है तो कभी पूरी तरह गायब हो जाती है। मनोवैज्ञानिक डॉ. प्रशांत त्रिपाठी बताते हैं कि आज के समय में छात्रों पर अच्छे अंक लाने का दबाव बहुत अधिक है, जिससे सिरदर्द, सुस्ती, बेचैनी और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कभी-कभी यह तनाव डिप्रेशन का रूप भी ले लेता है।
योग केवल आसन और ध्यान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक संपूर्ण जीवनशैली है। यह न केवल मानसिक शांति प्रदान करता है बल्कि जीवन में आनंद और संतुलन भी बनाए रखता है।
तनाव बढ़ाने और कम करने वाले हार्मोन
– तनाव बढ़ाने वाले हार्मोन: कार्टिसोल और एड्रेनालिन के बढ़ने से तनाव, चिड़चिड़ापन और गुस्सा बढ़ता है, जिससे उच्च रक्तचाप की समस्या हो सकती है।
– तनाव कम करने वाले हार्मोन: सेरोटोनिन, डोपामिन और ऑक्सीटोसिन का स्राव व्यक्ति को प्रसन्नचित्त और तनावमुक्त रखता है। इन्हें सक्रिय करने का सबसे अच्छा तरीका ध्यान (मेडिटेशन) है।
छात्रों के लिए उपयोगी योगासन
छात्रों को निम्नलिखित योगासन और प्राणायाम का अभ्यास करना चाहिए:
– योगासन: वृक्षासन, भुजंगासन, शीर्षासन, पद्मासन
-प्राणायाम: उज्जायी, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी
योग अभ्यास की सही अवधि
छात्रों को प्रतिदिन सुबह या शाम 30 से 40 मिनट योग और प्राणायाम करना चाहिए।
– 10-12 मिनट योगासन
– 10-12 मिनट प्राणायाम
– बाकी समय ध्यान
आहार और जीवनशैली में बदलाव आवश्यक- सात्विक और संतुलित आहार लें।
– तले-भुने और अधिक मसालेदार भोजन से बचें।
– हरी सब्ज़ियां, फल और गुनगुना दूध सेवन करें।
परीक्षा के दौरान छात्रों को समय मिलने पर 10-15 मिनट ध्यान अवश्य करना चाहिए। इसके अलावा, एक व्यवस्थित टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई करना अधिक प्रभावी होगा।