अंतिम संस्कार रोककर मायके वालों ने जलती चिता से निकाला बेटी का शव, और फिर…
अलीगढ़ के थाना खैर क्षेत्र में दहेज लोभियों ने एक नवविवाहिता की हत्या कर दी। शव को मायके वालों को बिना बताये अंतिम संस्कार कर रहे थे। मायके पक्ष को सूचना मिलने पर वह पुलिस के साथ पहुंचे और चिता से शव को निकलवाकर अस्पताल भिजवाया। अब शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। बताया जा रहा है कि लोकमान सिंह निवासी गांव खरवा हाथरस जंक्शन थाना जिला हाथरस ने अपनी पुत्री शिवानी की शादी लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व हिंदू रीति रिवाज के अनुसार कस्बा खैर निवासी लखन पुत्र गजराज निवासी गोला कुआं से की थी।
मृतिका के पिता लोकमान सिंह ने बताया कि मैंने अपनी बेटी शिवानी की शादी में अपनी हैसियत से ज्यादा दान दहेज दिया था फिर भी बेटी को दहेज के लिए ससुराल के लोग परेशान करते रहे। मंगलवार को बेटी शिवानी की हत्या कर दी गई। जब वह घर पहुंचा तो आने से पहले बेटी के शव को कस्बा स्थित श्मशान घाट में जलाया जा रहा था। कोतवाली इंस्पेक्टर ने मृतका के पिता लोकमान सिंह की तहरीर पर गजराज, सरला, हरिशंकर, बनवारी,पूजा, शशि, सहित 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया है।
प्रेमिका को लेकर भागे कैब चालक ने थाने में घुसाई कार और फिर..
पुलिस ने बताया कि महिला के मायके वालों की तरफ से तहरीर मिलने पर शिकायत दर्ज कर ली है। इसपर कार्रवाई करते हुए महिला के अंतिम संस्कार में जाकर शव को जलाने से रोका गया है। शव का पोस्टमार्टम करवाकर मौत के कारणों का पता लगाया जाएगा। इससे महिला की हत्या से जुड़ी जानकारी मिलेगी। पुलिस वालों ने मायके वालों के बयान भी दर्ज कर लिए हैं। पुलिस ने केस में दहेज और अन्य धाराएं जोड़ी हैं।
ये भी कहा गया कि पोस्टमार्टम के बाद मिलने वाली जानकारी के आधार पर केस में अन्य धाराएं जोड़ी जाएंगी। महिला की हत्या हुई तो हत्या की धाराएं जोड़कर नामजदों के खिलाफ कार्रवाई की जानी है। इसमें महिला के ससुराल वाले शामिल हैं।