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आखिर क्यों गिरती है आकाशीय बिजली, ऐसी आपदा से कैसे बचें, पढ़ें यह खबर

हमेशा ऐसे सवाल घूमते हैं कि आखिर बारिश के साथ-साथ आसमान से बिजली क्यों गिरती है? आइए जानते हैं क्यों गिरती है बिजली और इससे किस तरह से बचा जा सकता है.बरसात के दिनों में आकाशीय बिजली अक्सर जानलेवा साबित होती है. खेतों में काम करने वाले, पेड़ों के नीचे पनाह लेने वाले, तालाब में नहाते समय बिजली चमकने पर इसकी आगोश में आने की संभावना अधिक रहती है. पर कुछ उपाय ऐसे हैं जिससे आकाशीय बिजली से बचा जा सकता है. राज्य सरकार के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा भी लोगों को सतर्क रहने के लिए दिशा निर्देश जारी किया गया है.

ऐसे गिरती है आकाशीय बिजली

तूफानी बादलों में विद्युत आवेश होता है . इससे इनकी निचली सतह ऋणावेशित और ऊपरी सतह धनावेशित होती है. इससे जमीन पर धनावेश पैदा होता है. बादलों और जमीन के बीच लाखों वॉल्ट का विद्युत प्रभाव उत्पन्न होता है। धन और ऋण एक-दूसरे को चुम्बक की तरह अपनी-अपनी और आकर्षित करते हैं, लेकिन इस प्रक्रिया में वायु बाधा बनती है. इससे विद्युत आवेश में रुकावटें आती हैं और बादल की ऋणावेशित निचली सतह को छूने की कोशिश करती है. धनावेशित तरंगे पेड़ों, पहाडिय़ों, इमारतों, बुर्ज, मीनारों और राह चलते लोगों पर गिरती हैं.

आकाशीय बिजली गिरने के संकेत

सिर के बाल खड़े हो जाएं तो समझिए बिजली गिरेगी
यदि आकाशीय बिजली चमक रही है और आपके सिर के बाल खड़े हो जाएं व त्वचा में झुनझुनी होने लगे तो फौरन नीचे झुककर कान बंद कर लें . क्योंकि यह इस बात का सूचक है कि आपके आसपास बिजली गिरने वाली है.

बिजली गिरने से होने वाले नुकसान

बरसात में मौसम में अक्सर बादलों में बिजली चमकती है और जमीन पर गिरती भी है लेकिन यह हमेशा नुकसानदेह नहीं होती.आकाशीय बिजली मनुष्य के सिर, गले और कंधों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाती है. बारिश के मौसम में दोपहर के दौरान बिजली गिरने की आशंका सबसे ज्यादा रहती है.शरीर पर घाव पेड़ की टहनियों की तरह से दिखते हैं इससे आदमी को खरोंच, कुचले हुए घाव हो जाते हैं. शरीर पर घाव पेड़ की टहनियों की तरह से दिखते हैं.आकाशीय बिजली गिरने से शरीर की सेन्ट्रल नर्वस सिस्टम फेल हो जाता है. हृदय गति रुक जाती है और फेफड़ों में सांस जाना बंद हो जाता है. इलेक्ट्रिक बर्न भी हो जाता है.

आकाशीय बिजली से कैसे बचा जा सकता है

बरसात के दिनों में बिजली गिरने से कई बार लोगों की मौत की खबरें सामने आती हैं. आज हम आपको बिजली से बचाव के तरीकों के बारे में बताएंगे.जब आप घर के भीतर हों तो बिजली से संचालित उपकरणों से दूर रहें, तार वाले टेलीफोन का उपयोग नहीं करना चाहिए. खिडकियां व दरवाजे बंद कर दें बरामदे और छत से दूर रहें. इसके अलावा ऐसी वस्तुएं जो बिजली के सुचालक हैं उनसे भी दूर रहना चाहिए.

धातु से बने पाइप, नल, फव्वारा, वाश बेसिन आदि के संपर्क से दूर रहना चाहिए. इसी तरह जब आप घर के बाहर हैं तो आपको इनसे दूर रहना चाहिए.

चूंकि वृक्ष बिजली को आकर्षित करते हैं. अत बिजली चमकते समय वृक्ष के नीचे न खड़े रहें, ऊंची इमारतों वाले क्षेत्र में आश्रय न लें समूह में खड़े होने के बजाय अलग- अलग हो जाएं. किसी मकान में आश्रय लेना बेहतर है. सफर के दौरान अपने वाहन में ही रहें.

मजबूत छत वाले वाहन में रहें, खुली छत वाले वाहन की सवारी न करें, बाहर रहने पर धातु से बने वस्तुओं का उपयोग न करें. बाइक, बिजली या टेलीफोन का खंभा तार की बाड़ और मशीन आदि से दूर रहें. तालाब और जलाशयों से दूर रहें यदि आप पानी के भीतर हैं, अथवा किसी नाव में हैं तो तुरंत बाहर आ जाएं .

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