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पुरानी से पुरानी कब्ज तोड़ देंगे पान के पत्ते, डायबिटीज भी रहेगी कंट्रोल, आयुर्वेद डॉ. ने बताए खाने के 3 तरीके

पान सदियों से भारतीय संस्कृति का हिस्सा रहा है। इस छोटे हरे पत्ते का शादियों से लेकर त्योहारों तक कई उत्सव में इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पान सिर्फ एक मजेदार और स्वादिष्ट पत्ता ही नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य लाभों से भी भरपूर है। पान के हरे पत्ते में कई औषधीय गुण हैं, जो डायबिटीज कंट्रोल करने से लेकर कब्ज को तोड़ने तक मदद करते हैं।

पान के पत्तों में एंटी-डायबिटिक, कार्डियोवस्कुलर, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-अल्सर और एंटी-इनफेक्टिव गुण होते हैं। प्रति 100 ग्राम पान में 1.3 माइक्रोग्राम आयोडीन, 4.6 माइक्रोग्राम पोटैशियम, 1.9 मोल या 2.9 एमसीजी विटामिन ए, 13 माइक्रोग्राम विटामिन बी1 और 0.63 से 0.89 माइक्रोग्राम निकोटिनिक एसिड होता है।

नॉएडा के ई-260 सेक्टर 27 स्थित ‘कपिल त्यागी आयुर्वेद क्लिनिक’ के डायरेक्टर डॉक्टर कपिल त्यागी आपको बता रहे हैं कि नियमित रूप से पान के सेवन से आपको क्या-क्या फायदे हो सकते हैं, बशर्ते कि आप पान में किसी भी तरह का मसाला या तंबाकू डालकर न खाएं।

पान के पत्ते को एंटीऑक्सीडेंट का पावरहाउस माना जाता है जो शरीर में पीएच लेवल को सामान्य रखता है और पेट से जुड़ी समस्याओं से राहत दिलाता है। कब्ज की समस्या में इसका प्रयोग विशेष रूप से लाभकारी होता है। पेट की समस्याओं से राहत पाने के लिए पान के पत्तों को पीसकर रात भर पानी में भिगो दें। सुबह उठकर पानी को छानकर खाली पेट पिएं।

पान के पत्तों में कई एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो सांसों की बदबू, दांतों का पीलापन, प्लाक और दांतों की सड़न से राहत दिलाते हैं। भोजन के बाद पान के पत्तों को चबाने से लाभ होगा। यह दांत दर्द, मसूड़ों के दर्द, सूजन और मुंह के संक्रमण से भी राहत दिलाता है।

आयुर्वेद में खांसी, ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसे श्वसन रोगों के इलाज के लिए पान के पत्तों का विशेष रूप से उपयोग किया जाता है। पत्तियों में पाए जाने वाले यौगिक कंजेशन को दूर करने और सांस लेने में सुधार करने में मदद करते हैं।

पान के पत्ते चबाने से तनाव और चिंता से राहत मिलती है। यह शरीर और दिमाग को आराम देता है और पान के पत्तों में पाए जाने वाले फेनोलिक यौगिक शरीर से कार्बनिक यौगिक कैटेकोलामाइन को छोड़ते हैं। इसलिए, पान के पत्ते चबाने से बार-बार होने वाले मिजाज से बचा जा सकता है।

पान के पत्तों में एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक गुण होते हैं जो शुगर को कंट्रोल करने का काम करते हैं। पान के पत्ते खून में ग्लूकोज की मात्रा को बढ़ने से रोकते हैं। टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों को सुबह खाली पेट इसकी पत्तियों को चबाकर खाने से लाभ होता है।

डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए सुबह खाली पेट पान के पत्ते चबाने की सलाह दी जाती है।
अगर आप तनाव में हैं तो सादा या मीठा पान खा सकते हैं. इसके फेनोलिक यौगिक आपके मूड को बढ़ावा देने में मदद करेंगे।

कब्ज से राहत पाने के लिए पान के पत्तों को रात भर पानी में भिगो दें। सुबह इस पानी को छानकर पीने से कब्ज से राहत मिलती है।

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