सेबी और एनएसई के संयुक्त तत्वाधान में मालवांचल यूनिवर्सिटी में क्षेत्रीय निवेशक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
शेयर बाजार में निवेशक बनने से पहले हर छोटी बात को समझना जरूरी
इंदौर। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) एवं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के संयुक्त तत्वाधान में मालवांचल यूनिवर्सिटी में क्षेत्रीय निवेशक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को वित्तीय शिक्षा, प्रतिभूति बाजार की जानकारी, निवेशकों के हित के लिए बनाए गए सेबी बोर्ड की भूमिका एवं महिलाओं की वित्तीय स्वतंत्रता के बारे में सभी को जागरूक करना था। इस अवसर पर मुख्य अतिथि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पूर्णकालिक सदस्य कमलेश चंद्र वार्ष्णेय और जोगिन्दर सिंह, उत्तरी क्षेत्रीय प्रमुख- नियामक मामले, एनएसई उपस्थित थे। इस अवसर पर इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया, मालवांचल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. संजीव नारंग, रजिस्ट्रार डॉ. लोकेश्वर सिंह जोधाणा, आईक्यूएसी डायरेक्टर डॉ. रौली अग्रवाल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
सोशल मीडिया के जमाने में युवा गलत निवेश करने से बचें
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पूर्णकालिक सदस्य कमलेश चंद्र वार्ष्णेय ने जीवन के विभिन्न चरणों में बचत के विभिन्न तरीकों के साथ-साथ निवेश के तरीकों के विषय में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि सेबी के द्वारा निवेशकों के हितों का ध्यान रखते हुए नए दिशा-निर्देश बनाए जा रहे हैं। इंदौर में इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का उद्देश्य युवा निवेशकों को जागरूक करना है। खासतौर पर आज के ज़माने में यूट्यूबर्स और सोशल मीडिया के माध्यम से पैसा बनाने के चक्कर में कई बार युवा गलत शेयर में पैसा लगा देते हैं। लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से इंदौर में सेबी, एनएसई एवं बीएसई के संयुक्त प्रयासों से इंदौर में निवेशक सेवा केंद्र से लाभ उठा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि शेयर बाजार में किसी भी मध्यस्थ, जैसे- एजेंट, दलाल, कंपनी और मर्चेंट बैंकर आदि द्वारा निवेशकों से धोखाधड़ी किए जाने पर सेबी ने बहुत ठोस कदम उठाए हैं। अब एआई के जरिए पूरे मार्केट पर सेबी निगाह रख रहा है। उन्होंने बताया कि निवेशक स्कोर्स कि वेबसाइट पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। सेबी के द्वारा हाल ही में सारथी ऐप भी जारी की है, जिसे डाउनलोड करके निवेशक सुरक्षित निवेश कर सकते हैं। भारत एक विकासशील देश के रूप में निरंतर आगे बढ़ रहा है। निर्यात, कृषि, एमएसएमई और स्टार्ट-अप जैसे कई क्षेत्रों में देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति मजबूत हो रही है। यही सही समय है कि लोगों को शेयर बाजार के विषय में विस्तार से जानकारी मिले, ताकि लोग अपने हितों का ध्यान रखते हुए सही एवं सुरक्षित निवेश के तरीके को समझ सकें और एक बेहतर वित्तीय प्रबंधन की ओर अग्रसर हों।
साइकिल चलाना जानते हैं, तो रॉकेट उड़ाने की कोशिश न करें
द्वितीय सत्र में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के श्री जोगिन्दर सिंह जी ने शेयर बाजार में स्टॉक एक्सचेंज की भूमिका के विषय में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आज कई बड़ी कंपनियों के शेयर बाजार के फेक एप्लीकेशन भी बनने लगे हैं। इसके कारण कई बार निवेशकों का पैसा भी गलत जगह पर निवेश हो जाता है। इससे बचने के लिए आप सेबी और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की वेबसाइट से मदद ले सकते है। इसी के साथ निवेशकों को निवेश करने से पूर्व कंपनी की बैलेंस-शीट, पिछले वर्षों के प्रदर्शन एवं सेबी के मापदंडों को ध्यान में रखते हुए पंजीकृत एजेंट के द्वारा ही निवेश करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि किसी भी शेयर या कोई भी चीज खरीदने से पहले आपको केवल कीमत पर फोकस नहीं करना चाहिए। कोई भी चीज दुनिया में आपको तभी फ्री मिलती है, जब लोग आपको ही एक उत्पाद की तरह समझते हैं। इसलिए शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले फोकस और धैर्य के साथ एनालिसिस करना सबसे ज्यादा जरूरी है। एक निवेशक को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि यदि आप सिर्फ साइकिल चलाना जानते हैं, तो राकेट उड़ाने की कोशिश न करे। नहीं तो आपका पैसा डूबने से कोई नहीं बचा सकता है।
इस अवसर पर इंडेक्स समूह के डायरेक्टर आर एस राणावात, एडिशनल डायेक्टर आर सी यादव, प्रो. वाइस चांसलर डॉ. रामगुलाम राजदान, डायरेक्टर एचआर रुपेश वर्मा, डीन डॉ. जीएस पटेल, प्राचार्या नर्सिंग डॉ. स्मृति सोलोमन, प्राचार्या पैरामेडिकल डॉ. रेशमा खुराना तथा अन्य शिक्षक और अतिथि उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कॉलेज की सभी अध्यापिकाओं एवं छात्राओं ने भाग लिया।