टेक्नोलॉजीलाइफस्टाइल

हैकर्स से सुरक्षित रखेंगे वॉट्सऐप के ये नए फीचर्स, सिक्योरिटी वेरिफिकेशन के लिए जरूरी होगा पुराना डिवाइस

नई दिल्ली। वॉट्सऐप फेसबुक पैरेंट कंपनी मेटा का इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप है, जो प्लेटफॉर्म की प्राइवसी और सुरक्षा का दावा करता है। यह यूजर्स को एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन, टू-स्टेप वेरिफिकेशन और बायोमेट्रिक सुरक्षा जैसी सुविधाएं देता है। इसी सिलसिले को जारी रखते हुए कंपनी ने अब गोपनीयता को बेहतर बनाने और संदेशों पर अधिक नियंत्रण देने के उद्देश्य से तीन नई सुरक्षा सुविधाओं की घोषणा की है।

इन तीन सुविधाओं में वॉट्सऐप ने अकाउंट प्रोटेक्ट, डिवाइस वेरिफिकेशन और ऑटोमैटिक सिक्योरिटी कोड की घोषणा की है। बता दें कि ये सुरक्षा विशेषताएं आने वाले महीनों में जोड़ी जाएंगी। कंपनी का कहना है कि ये वो तीन तरीके हैं, जिनसे हम आपके खाते को सुरक्षित करने में मदद कर रहे हैं। हम आशा करते हैं कि लोग इन सुविधाओं द्वारा दी गई बढ़ी हुई सुरक्षा का आनंद लेंगे और हम जल्द ही और अपडेट की घोषणा करने की आशा करते हैं।

सबसे पहली सुविधा वॉट्सऐप अकाउंट प्रोटेक्ट है। कई बार ऐसा होता है जब आप अपने वॉट्सऐप अकाउंट को नए स्मार्टफोन में शिफ्ट करना चाहते हैं, ऐसे में आपको बस लॉगइन करना होता है और ने डिवाइस में आपका वॉट्सऐप शुरू हो जाता है। मगर अब से वॉट्सऐप यूजर्स को अपने पुराने डिवाइस पर यह वेरिफाई करने के लिए कहेगा कि वे अतिरिक्त सुरक्षा जांच के रूप में यह कदम उठाना चाहते हैं। यह सुविधा यूजर्स को उनके खाते को किसी अन्य डिवाइस पर ले जाने के अनधिकृत प्रयास की स्थिति में सचेत करेगी।

ऐसे समय में जब मोबाइल डिवाइस मालवेयर लोगों की निजता और सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बनता जा रहा है। ऐसे में हैकर्स को यूजर्स के फोन का फायदा उठाने और उनके वॉट्सऐप का उपयोग कर अवांछित संदेश भेजने से रोकने में मदद करने के लिए वॉट्सऐप आगे आ रहा है।

वॉट्सऐप ने कहा कि उसने यूजर्स के अकाउंट को प्रमाणित करने में मदद के लिए नो एक्शन निडेट के साथ कुछ चेक्स को जोड़े रहे हैं । इन जांचों का उद्देश्य यूजर्स की बेहतर सुरक्षा देना है, अगर उनके उपकरणों से छेड़छाड़ की जाती है।

वर्तमान में यूजर कॉन्टैक्ट को टैप करके और संपर्क की जानकारी के तहत ‘एन्क्रिप्शन’ टैब तक पहुंचकर मैन्युअली सुरक्षा कोड सत्यापन की जांच कर सकते हैं। यह सुविधा यूजर्स को यह सुनिश्चित करने में मदद करती है कि वे अपने मन मुताबिक रिसीवर के साथ चैट कर रहे हैं।

वॉट्सऐप ‘की ट्रांसपेरेंसी’ प्रक्रिया के आधार पर एक नई सुरक्षा सुविधा भी शुरू कर रहा है, जो ऑटोमेटिकली वेरिफाई करेगा कि ऑपके पास एक सुरक्षित कनेक्शन है। यूजर्स के लिए इसका मतलब यह है कि जब वे एन्क्रिप्शन टैब पर क्लिक करते हैं, तो वे यह वेरिफाई करने में सक्षम होंगे कि उनकी व्यक्तिगत बातचीत सुरक्षित है।

 

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Lucknow Tribune के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें... -------------------------
E-Paper