आईवीआरआई में चल रहे पांच दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स का समापन

बरेली ,03फरवरी। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के जैविक विभाग में चल रहे 05 दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स पशु चिकित्सा जैविकों का उत्पादन एवं मानकीकरण का कल समापन हो गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. एस.के. सिंह, संयुक्त निदेशक, शोध ने बताया कि केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से एन.ई.एच क्षेत्र के उत्थान एवं विकास का भरपूर प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पशुओं की बीमारियों की रोकथाम एवं बचाव के लिए यह प्रशिक्षण अत्यन्त उपयोगी साबित हुआ होगा। उन्होने सफलतापूर्वक प्रशिक्षण को सम्पन्न कराने के लिए सभी वैज्ञानिकों को सराहना की और धन्यवाद दिया और प्रतिभागियों से प्रशिक्षण में अर्जित ज्ञान को अधिक से अधिक अपने कार्य क्षेत्र में प्रयोग करने पर बल दिया।
पाठ्यक्रम निदेशक एवं डा. रविकान्त अग्रवाल, विभागाध्यक्ष, जैविक उत्पाद विभाग ने सभी अतिथियों, प्रशि़क्षार्थियों तथा वैज्ञानिकों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में बुनियादी एवं उन्नत तकनीकों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की गई। जिसको पशुओं की बीमारीयों की रोकथाम एवं निदान में प्रयोग किया जा सकेगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 6 उत्तर पूर्वी राज्यों के 13 प्रशि़क्षार्थीयों ने भाग लिया। समापन समारोह में प्रतिभागियों ने अपना अनुभव भी साझा किया। डा. रविकान्त अग्रवाल ने बताया कि सभी प्रशि़क्षार्थीयों ने व्यख्यानों को अच्छे से सुना तथा अपनी शंकाओं के समाधान के लिए सभी विषय विशेषज्ञों से प्रश्न किया।
डा. बबलू कुमार एवं डा.के.के. रजक इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक रहे तथा डा. वी. उपमन्यु, डा. ऐ.के. यादव एवं डा. सी. जाना प्रशिक्षण कार्यक्रम के सहसमन्वयक रहे।
कार्यक्रम का संचालन डा. अजय कुमार यादव, वैज्ञानिक ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डा.के.के रजक, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने किया। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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