एक तो भद्रा ऊपर से राहुकाल, रक्षाबंधन पर इस अशुभ घड़ी में गलती से भी न बांधें राखी!, यहां देखे…

रक्षाबंधन के त्योहार पर आज भद्रा का साया रहेगा. शास्त्रों में भद्रा काल में भाई को राखी बांधना वर्जित माना गया है. कहते हैं कि इस अशुभ घड़ी में भाई को राखी बांधने से उसके जीवन में संकट आने लगते हैं. इस बार भद्रा काल के साथ राहुकाल भी रक्षाबंधन के त्योहार में खटास डालने वाला है. ज्योतिषविद का कहना है कि आज भद्रा काल के बीच राहुकाल भी लगेगा. इस अशुभ घड़ी में भाई को राखी बांधने की गलती बिल्कुल न करें.

भद्रा के साथ राहुकाल बढ़ाएगा मुश्किल
ज्योतिष गणना के अनुसार, आज पूर्णिमा तिथि लगने के साथ ही भद्रा काल आरंभ हो जाएगा, जो कि रात 9 बजकर 02 मिनट तक रहेगा. इस दौरान दोपहर को 12 बजकर 22 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 58 मिनट तक राहुकाल लगेगा. यानी भद्रा के बीच पूरे 1 घंटे 36 मिनट के लिए राहुकाल लगेगा. यह वो अवधि है, जिसमें राखी बांधना या कोई भी शुभ कार्य करना अनुचित होगा. आप अगर 30 अगस्त को ही रक्षाबंधन मना रहे हैं तो रात 9 बजकर 2 मिनट के बाद ही राखी बांधें.

31 अगस्त को रक्षाबंधन का मुहूर्त
अगर आप भद्रा के डर से 30 अगस्त की जगह 31 अगस्त को रक्षाबंधन मना रहे हैं तो इस दिन का शुभ मुहूर्त भी जान लीजिए. 31 अगस्त को सुबह 7 बजकर 5 मिनट से पहले राखी बांधे सकते हैं. हालांकि, 31 अगस्त को ब्रह्म मुहूर्त में राखी बांधने का सबसे अच्छा मुहूर्त रहेगा. इस दिन सुबह 4 बजकर 26 मिनट से लेकर से लेकर सुबह 5 बजकर 14 मिनट तक ब्रह्म मुहूर्त रहेगा. यानी ब्रह्म मुहूर्त में भाई को राखी बांधने के लिए आपको पूरे 48 मिनट का समय मिल रहा है. सनातन परंपरा में ब्रह्म मुहूर्त को बहुत ही शुभ माना गया है. इस अबूझ मुहूर्त में भाई को राखी बांधने से उसका निश्चित ही भाग्योदय होगा.

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Lucknow Tribune के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें... -------------------------
E-Paper