एनटीपीसी रिहंद द्वारा भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन,श्रोताओं ने मंत्र मुग्ध होकर सुना कवि सम्मेलन

सोनभद्र,एनटीपीसी रिहंद राजभाषा अनुभाग द्वारा राजभाषा के प्रचार-प्रसार और इसकी व्यापकता को दर्शाने के उद्देश से कवि सम्मेलन का आयोजन तरंग प्रेक्षागृह में किया गया।
कवि सम्मेलन की शुरुआत ज्ञान की देवी मां सरस्वती को श्रद्धापूर्वक पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस कवि सम्मेलन में देश के अलग अलग कोने से आए दिग्गज कवियों ने जिसमें प्रसिद्ध कवि श्री अरुण जेमिनी, श्री प्रताप सिंह फौजदार, डॉ. सरिता शर्मा, श्री सुदीप भोला एवं श्री नीलोत्पल मृणाल ने अपनी सहभागिता की एवं कार्यक्रम को अति सफल बनाया।
कार्यक्रम में परियोजना प्रमुख, एनटीपीसी रिहंद श्री संजीव कुमार ने अपने स्वागत सम्बोधन में मुख्य अतिथि क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (उत्तर) श्री प्रवीण सक्सेना , उत्तरा महिला क्लब की अध्यक्षा डॉ. नीलम सक्सेना व अन्य गणमान्य अतिथियों एवं कवियों का एनटीपीसी रिहंद में स्वागत किया और कहा कि इस कवि सम्मेलन का आयोजन सभी लोगों के अंदर एक नई ऊर्जा का संचार करेगा एवं नीरसता को जीवंतता प्रदान करेगा ।
इस कवि सम्मेलन का संचालन डॉ. सरिता शर्मा द्वारा किया गया। सम्मेलन की शुरुआत झारखंड से पधारे कवि श्री नीलोत्पल मृणाल द्वारा किया गया। उन्होने मानव जीवन के विभिन्न पहलुओं तथा नारी सशक्तिकरण के लोक गीत के माध्यम से अभिव्यक्त किया जिसकी दर्शकों द्वारा भूरी भूरी प्रसंशा की गयी।
इसी क्रम में जबलपुर से पधारे श्री सुदीप भोला जी ने सरकारों के क्रियाकलाप एवं देश की राजनैतिक परिस्थितियों पर व्यंगात्मक गीत और बेटियों के साथ हो रहे दुराचार और नारी सशक्तिकरण के विषय पर गीत सुनाकर सभी की आंखे नम कर दी और इस कवि सम्मेलन में चार चाँद लगा दिया।
कवि सम्मेलन की अगली कड़ी में भिलाई नगर से पधारी डॉ. सरिता शर्मा जी ने स्त्री जीवन की विभिन्न रूपों, अध्यात्म तथा प्रेम, की रचनाएँ सुनाकर सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में दिल्ली से पधारे सुप्रसिद्ध कवि श्री अरुण जेमिनी जी ने सरल भाषा में एवं आम जीवन से संबन्धित अपनी हास्य कविता सुनाकर सभी को हंसी से लोट पोट कर दिया।
तदोपरांत कवि श्री प्रताप सिंह फ़ौजदार जी ने हास्य व्यंग से सभी श्रोताओं को प्रफुलित एवं हर्षातिरेक कर लोगों का दिल जीत लिया।
क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (उत्तर) श्री प्रवीण सक्सेना ने इस तरह के समृद्ध सांस्कृतिक कार्यक्रम का हिस्सा बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा, कविता सीमाओं को पार करती है और भाषा और भावनाओं की सुंदरता के माध्यम से लोगों को एक साथ जोड़ती है। उन्होने सभी कवियों के उपस्थिती को एनटीपीसी की तरफ से आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में परियोजना प्रमुख शक्तिनगर श्री राजीव अकोटकर , अध्यक्षा वनिता समाज श्रीमती पीयूशा अकोटकर की गरिमामयी उपस्थिति थी। एनटीपीसी विंध्याचल के महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) श्री राजेश भारद्वाज और सुहासिनी संघ की उपाध्यक्षा श्रीमती सुभा भारद्वाज, एनटीपीसी रिहंद के महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) श्री पंकज मेदीरत्ता, श्री एसके श्रीवास्तव, महाप्रबंधक (संचालन), श्री आर एन सिन्हा महाप्रबंधक (अनुरक्षण), श्री एस.एस. प्रधान महाप्रबंधक (एडीएम), डीएवी, केवी स्कूल के प्राचार्य, थाना प्रभारी बीजपुर, सभी विभागाध्यक्ष, यूनियन एवं एसोसिएशन के पधादिकारीगण एवं टाउनशिप के निवासियों ने उपस्थित होकर कवि सम्मेलन का आनंद उठाया एवं इसे सफल बनाया। इसके अतिरिक्त यूट्यूब पर लाइव प्रसारण के माध्यम से भी कर्मचारी व उनके परिवारजनों के साथ साथ विभिन्न परियोजनाओं के लोंगों ने भी कवि सम्मेलन का भरपूर आनंद उठाया।

रवीन्द्र केसरी सोनभद्र

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