एयरबैग न खुलने पर इकलौते डॉक्टर बेटे की मौत, शोरूम मैनेजर समेत 13 पर मुकदमा

कानपुर: तीन साल पहले करीब 18 लाख की खरीदी गई स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) कार में एयरबैग न खुलने पर इकलौते डाक्टर बेटे की जान चली गई। परिजनों ने कार शोरूम के मैनेजर और महाराष्ट्र स्थित कंपनी के अधिकारियों समेत 13 लोगों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर रायपुरवा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।

2020 में खरीदी थी 18 लाख की कार
जूही बारादेवी निवासी राजेश मिश्रा एक निजी अस्पताल में चीफ अकाउंटेंट हैं। उन्होंने बताया कि इकलौते डा. बेटे अपूर्व के लिए 2 दिसंबर 2020 को जरीब चौकी स्थित शोरूम से करीब 18 लाख की कार खरीदी थी। कंपनी के द्वारा इसमें बेहतर सुरक्षा मानक बताए गए थे।

बीते साल हुआ था हादसा
आरोप है कि 14 जनवरी 2022 को उनका बेटा डाॅ. अपूर्व मिश्रा अपने दो साथियों के साथ लखनऊ से घर लौट रहा था तभी लखनऊ में शहीद पथ के पास कोहरा होने की वजह से कार डिवाइडर पर चढ़कर पलट गई। घटना के दौरान बेटे ने सीटबेल्ट भी लगा रखी थी। इसके बाद भी एक एयरबैग तक नहीं खुला, जिससे उसकी मौत हो गई।

पुलिस ने नहीं सुनी तो कोर्ट की शरण ली
पीड़ित ने मामले को लेकर रायपुरवा पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई न होने पर पीड़ित ने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर तिरुपति आटो के मैनेजर, मुंबई के चन्द्र प्रकाश गुरनानी, विक्रम सिंह मेहता, राजेश गणेश, अनीस दिलीप शाह, थोथला नारायनासामी समेत 13 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।

इन्होंने बताया…
थानाध्यक्ष अमान सिंह ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, षडयंत्र रचने, गैर इरादतन हत्या और धमकाने की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

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