क्या आप जानते हैं भारत का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन कौन सा है, पढ़े पूरी खबर

 


नई दिल्ली. क्या आप जानते हैं भारत के अंदर सबसे पहले कौन सा रेलवे स्टेशन बना था. इन रेलवे स्टेशन पर रोजाना हजारों की संख्या में यात्री सफर करते हैं लेकिन उन्हें उस स्टेशन के बारे में शायद ही पता हो. भारत के अंदर कई ऐसे रेलवे स्टेशन है जो सबसे पहले बनाए गए थे. लोगों के आने-जाने के लिए पहले के समय में गिने-चुने रेलवे स्टेशन हुआ करते थे. ये स्टेशन आज भी अपने आप में कई इतिहास संजोए हुए हैं. इन इतिहास के बारे में जानकर आप भी काफी प्रभावित होंगे. ये सारे स्टेशन भारत के अंदर ही हैं.

कालका शिमला रेलवे लाइन हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों में बसा एक छोटा सा बड़ोग रेलवे स्टेशन सबसे पुराना है. यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल का दर्जा प्राप्त है. इस स्टेशन का नाम कर्नल बड़ोग के नाम पर रखा गया था. इसका उद्घाटन 1930 में किया गया था.

पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन का उद्घाटन 1864 में किया गया था. वर्ष 1903 में इसके रूप में कुछ बदलाव किए गए. ये चांदनी चौक के पास स्थित है. इस रेलवे स्टेशन की संरचना लाल किले से प्रेरित है. इस स्टेशन से रोजाना दो लाख से ज्यादा लोग आज भी सफर करते हैं.

हावड़ा जंक्शन भी भारत का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन है. इसका संचालन 1854 में शुरू हुआ था. ये सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन है. जिसमें 23 प्लेटफार्म हैं और आज भी यहां से करीब 2 लाख से अधिक लोग रोजाना सफर करते हैं.

भारत में सबसे पुराने रेलवे स्टेशन की बात करें तो छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस सबसे पुराना है. इसका संचालन 1853 में हुआ था. ये स्टेशन अंदर और बाहर दोनों तरफ से बहुत ही खूबसूरत है. इस रेलवे स्टेशन को विक्टोरिया टर्मिनस के नाम से जाना जाता है. ये यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में आता है.

चारबाग रेलवे स्टेशन का संचालन 1914 में हुआ था. ये रेलवे स्टेशन पुराने समय की बिल्डिंगों के रूप में बना हुआ है. यहां राजधानी और मुगल वास्तुकला का मिश्रण है. एक रिपोर्ट के अनुसार 1916 में जवाहर लाल नेहरू पहली बार महात्मा गांधी से जहां मिले थे ये वही जगह है. नौ प्लेटफॉर्म के साथ ये उत्तरी भारत के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन में से एक है.

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