क्वीन एलिजाबेथ से अलग होगा किंग चार्ल्स का राज्याभिषेक, जानें कितने पैसे होंगे खर्च?

नई दिल्ली। इन दिनों ब्रिटेन में किंग चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक यानी कोरोनेशन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। दो दिन बाद यानी 6 मई को किंग चार्ल्स का राज्याभिषेक किया जाएगा। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद चार्ल्स प्रिंस से किंग बन गए थे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राज्याभिषेक क्यों किया जा रहा है? इस कार्यक्रम में कौन-कौन शामिल होगा और इसका खर्चा कितना आएगा? आइए जानते हैं…

किंग चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक में अलग तरह की परंपराएं देखी जाएंगी, जो उनकी मां और महारानी एलिजाबेथ के कोरोनेशन से काफी अलग भी होंगी। आपको बता दें कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने 70 साल ब्रिटेन पर राज किया था। ग्रेट ब्रिटेन का शाही परिवार शनिवार को किंग चार्ल्स III के राज्याभिषेक के साथ एक नया अध्याय शुरू करेगा।

इस बार सेरेमनी को पिछले राज्याभिषेक की तुलना में थोड़ा हल्का रखने की तैयारी है। हालांकि, इस बार भी दूसरे राज्यों के शाही खानदान, राज्य के प्रमुख और चार्ल्स के परिवार के अधिकांश लोग वहां होंगे, और किंग चार्ल्स महारानी एलिजाबेथ की तरह की ही वेश-भूषा पहनने की योजना बना रहे हैं।

पिछले साल 8 सितंबर को महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद चार्ल्स अपने आप किंग बन गए थे। साथ ही दो दिन बाद टेलीविजन पर पहली बार प्रसारित एक समारोह में उन्हें आधिकारिक तौर पर ब्रिटेन का सम्राट घोषित किया गया था। किंग चार्ल्स ने कहा था कि वह इस महान विरासत, कर्तव्यों और बड़ी जिम्मेदारियों को गहराई से समझते हैं, जो अब उनकी जिम्मेदारी बन गई हैं।

राज्याभिषेक किसी तरह का कोई कानून नहीं है जिसकी आवश्यकता है। कई यूरोपीय राजतंत्रों ने इस समारोह को खत्म कर दिया है।

यह इवेंट सिर्फ राज्य के प्रमुख और इंग्लैंड के चर्च के प्रमुख के रूप में उनकी भूमिका की औपचारिक पुष्टि होगी। इसका उद्देश्य यह दिखाना भी है कि किंग चार्ल्स को राजा बनने का जो अधिकार मिला है वह भगवान की मर्जी है। राज्याभिषेक के दौरान कैंटरबरी के आर्कबिशॉप, किंग चार्ल्स को राजशाही के पारंपरिक प्रतीक देंगे, जिसमें ओर्ब और सेप्टर शामिल है। सेंट एडवर्ड्स क्राउन को पहली बार उनके सिर पर रखा जाएगा। इसके बाद उनकी पत्नी कैमिला को भी क्वीन कॉन्सर्ट के तौर पर ताज पहनाया जाएगा।

यह आयोजन 70 साल के अंतराल के बाद होने जा रहा है। इससे पहले यह शाही परंपरा आखिरी बार 1953 में दिवंगत महारानी के लिए देखी गई थी। कोरोनेशन का आयोजन भव्य पैमाने पर किया जाता है। छह से आठ मई के बीच ब्रिटेन में यह उत्सव भव्य आयोजन के साथ समाप्त होगा।

1953 में इसे पहली बार टेलीविजन पर लाइव प्रसारित भी किया गया था। ब्रिटेन में इस समारोह को उस वक्त एक करोड़ लोगों ने देखा था, जिसे बाद में दुनियाभर के लिए प्रसारित किया गया था। आज लाइव स्ट्रीमिंग और सोशल मीडिया के जमाने में इसे सभी लोग कहीं से भी देख पाएंगे।

चार्ल्स ने कहा था कि वह चाहते हैं कि यह समारोह पहले की तरह भव्य न हो। उनका राज्याभिषेक उनकी मां की तुलना तीन घंटे लंबा नहीं होगा और करीब दो हजार मेहमान होंगे, जो क्वीन एलिजाबेथ के राज्याभिषेक की संख्या का एक चौथाई हिस्सा है।

इस दौरान ब्रिटेन के धार्मिक श्रृंगार में बदलाव करने के लिए, बौद्ध, हिंदू, यहूदी, मुस्लिम और सिख धर्म के नेता राज्याभिषेक में भूमिका निभाएंगे। जो बताएगा कि किंग चार्ल्स किसी एक धर्म के रक्षक नहीं हैं, बल्कि कई धर्मों के रक्षक होंगे।

1953 में लंदन में महारानी एलीजाबेथ और उनके पति प्रिंस फिलिप के इस समारोह का प्रोसेशन 8 किलोमीटर लंबा था, हालांकि, चार्ल्स और कैमिला दो किलोमीटर लंबे प्रोसेशन का हिस्सा होंगे।

किंग चार्ल्स तृतीय का राज्याभिषेक कार्यक्रम लंदन के समयानुसार सुबह 11 बजे यानी भारतीय समयानुसार शाम 4:30 बजे शुरू होगा। ब्रिटेन में बीबीसी, आईटीवी और स्काई न्यूज जैसे चैनल इसका लाइव प्रसारण करेंगे। इसके अलावा इसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी लाइव देखा जाएगा।

किंग चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक पर करीब 1021 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है। राज्याभिषेक का पूरा खर्च ब्रिटिश सरकार उठाएगी। अनुमानित लागत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के 1953 के राज्याभिषेक से दोगुनी है, उस समय ब्रिटिश सरकार ने इसके लिए 1.5 मिलियन पाउंड खर्च किए थे। यह राशि आज लगभग 528.7 करोड़ रुपए के बराबर है।

इस समारोह में कई राज्य के प्रमुख के शिरकत करने की उम्मीद है, जिसमें जापान के क्राउन प्रिंस अकिशिनो और उनकी पत्नी कीको से लेकर स्पेन के बादशाह फेलिप VI और महारानी लेटीज़िया शामिल हैं।

अमेरिका के राष्ट्रपति ब्रिटिश शाही राज्याभिषेक का हिस्सा नहीं बनते हैं, और यह जारी भी रहेगा। हालांकि, अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन की पत्नी जिल बाइडन इस समारोह का हिस्सा बनेंगी।

उम्मीद है कि विलियम, वेल्स के राजकुमार और सिंहासन के उत्तराधिकारी, अपने पिता के सामने घुटने टेकेंगे और अपनी वफादारी की प्रतिज्ञा लेंगे।

उनके छोटे भाई, राजकुमार हैरी, अपनी पत्नी मेगन मार्कल के बगैर इस समारोह का हिस्सा बनेंगे। मेगन उनके दो बच्चों, प्रिंस आर्ची और प्रिंसेज़ लिलबेट के साथ साउथ कैलीफॉर्निया के अपने घर में रहेंगी।

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