जानिए धरनतेरस पर क्यों है झाड़ू खरीदने की परंपरा, यहां देखे क्या कहते हैं शास्त्र

हिंदू धर्म में दिवाली का बड़ा महत्व है. इस त्योहार की शुरूआत धनतेरस के दिन से होती है और भाई दूज के साथ यह खत्म होता है. धनतेरस के दिन सभी लोग धन के देवता कुबेर और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं. इस दिन सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने पर घर परिवार में बरकत आती है और घर के सदस्यों पर धन वर्षा होती है. धनतेरस के दिन को लेकर लोगों के बीच कई तरह की मान्यताएं प्रचलित हैं. इस दिन कुछ लोग बर्तन खरीदते हैं तो कुछ लोग चांदी के सामान घर में लाने को शुभ मानते हैं. धनतेरस के दिन लोगों में झाड़ू खरीदने का खासा क्रेज देखा जाता है. आइए जानते हैं इस दिन झाड़ू क्यों खरीदी जाती है.

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन जो भी चीज खरीदी जाती है, उसमें आगे चलकर तेरह गुना बढ़ोत्तरी हो जाती है. धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने को बेहद शुभ माना जाता है. आपको बता दें कि मत्स्य पुराण में झाड़ू को माता लक्ष्मी का रूप माना जाता है. इस दिन झाड़ू को खरीदने को सुख-शांति और धन में बढ़ोत्तरी से जोड़कर देखा जाता है. ऐसा माना जाता है कि झाड़ू घर की दरिद्रता को दूर करता है.

धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने को लेकर एक और मान्यता यह है कि ऐसा करने से माता लक्ष्मी घर छोड़कर नहीं जाती हैं. इसके साथ कुछ लोग मानते हैं कि इस दिन झाड़ू घर लाने से पुराने कर्ज से मुक्ति मिल जाती है और घर में सकारात्मता का प्रसार होता है.

धनतेरस के दिन सोने और चांदी के सामान की खरीदारी को भी शुभ माना जाता है. कई लोग इस दिन नए कपड़े भी खरीदते हैं. अगर आप कोई गाड़ी लेने की सोच रहे हैं तो धनतेरस का दिन इसके लिए बिलकुल अच्छा है.

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