ट्रंप भी करते थे भरोसा, कौन हैं भारतीय मूल के कारोबारी बालाजी श्रीनिवासन जिनकी पीएम मोदी ने की जमकर तारीफ

नई दिल्ली:भारत को आत्मनिर्भर बनाने में आंत्रप्रेन्योरशिप और विदेशी निवेश का बड़ा योगदान होने वाला है। भारतीय मूल के अमेरिकी कारोबारी बालाजी श्रीनिवासन ने अपने तरीके से भारत में बढ़ते आंत्रप्रेन्योर और यहां निवेश करने के फायदे के बारे में जब सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर बताया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बालाजी श्रीनिवास की तारीफ करते हुए कहा कि वह भारत में निवेश के माहौल के प्रति आशावादी रवैया रखने के लिए उनका आभार जताते हैं। पीएम मोदी ने एक ट्वीट कर कहा, मुझे आपका यह आशावाद अच्छा लगा। बात जब इनोवेशन की आएगी तो भारत आपको निराश नहीं करेगा।

बालाजी ने क्या लिखा था
बालाजी ने एक्स पर लिखा था कि भारत निवेश की स्थितियों को बेहतर कर रहा है। देश में ग्रोथ की अच्छी संभावना है। इसी वजह से वह भी भारत में निवेश करने में रुचि ले रहे हैं। उन्होंने इस सोशल मीडिया पोस्ट में कई ग्राफ और आंकड़ों के जरिए समझाया कि भारत किस तरह से निवेश के लिए एक अच्छा मार्केट है। पीएम मोदी ने जवाब देते हुए कहा कि बात जब इनोवेशन की आती है तो भारत के लोग ट्रेंड सेटर बनने वाले हैं। देश में निवेश के लिए दुनिया का स्वागत किया जाता है। भारत निराश बिल्कुल नहीं करेगा। श्रीनिवासन ने कहा, भारत की सभ्यता प्राचीन है लेकिन 1991 में इसने उदारीकरण के साथ अपनी सभ्यता का पुनर्जन्म कर दिया। देश लैंडलाइन पर मोबाइल पर पहुंच गया है और कैश से यूपीआई पर। श्रीनिवास ने कहा कि भारतीयों में निवेश कई बदलाव ला रहा है। 10 साल में बड़े परिवर्तन नजर आए हैं। तकनीकी क्षेत्र में चीनी प्रवासियों की संख्या घट रही है और भारतीयों की बढ़ रही है। भारत का युग शुरू हो रहा है।

कौन हैं बालाजी श्रीनिवासन?
बालाजी एस श्रीनिवासन एक बड़े सिलिकॉन वैली इन्वेस्टर और आंत्रप्रेन्योर हैं। वह क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कॉइनबेस में चीफ टेक्नॉलजी ऑफिसर के तौर पर काम कर चुके हैं। इसके अलावा वह ऐंड्रीसेन होरोवित्ज के जनरल पार्टनर हैं। कई कंपनियों में उन्होंने निवेश की जिम्मेदारी भी उठाई है। इसके अलावा वह कई कंपनियों के को फाउंडर हैं। इनमें अर्न डॉट कॉम, काउंसिल और कॉइन सेंटर शामिल हैं। उन्होंने एक दशक तक जेनोमिक्स के क्षेत्र में काम कया है। इसके अलावा काउंसिल में पांच साल काम करने के बाद 2012 में तकनीकी क्षेत्र में चले गए।

बेस्ट सेलिंग बुक ‘द नेटवर्क स्टेट’ श्रीनिवासन ने ही लिखी है। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स इंजिनियरिंग में बीएस, एमएस और पीएचडी किया है। इके अलावा केमिकल इँजीनियरिंग में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमएस किया। स्टैनफोर्ड में वह लेक्चरर भी रह चुके हैं। डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन में उन्हें फेडरल ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन की भी जिम्मेदारी दी गई थी। इसके अलावा श्रीनिवासन ने नवल रविकांत के साथ मिलकर कू में भी निवेश किया था जो कि एक माइक्रोब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म है।

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