दर्दनाक: एक साथ उठीं पांच अर्थियां…चीत्कार से गूंजा इलाका, सिसकते परिजनों को देख थामे नहीं थमे लोगों के आंसू

रामपुर: रामपुर के शाहबाद के ढकिया चौकी क्षेत्र में बुधवार को भट्ठे पर ईंट बनाने के लिए खोदे गए गड्ढे में भरे बारिश के पानी में डूबकर पांच बच्चों की मौत हो गई। अगले दिन गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद एक साथ पांच बच्चों के शव गांव पहुंचे तो परिजनों की चीत्कार सुनकर पूरा गांव फफक-फफककर रो पड़ा। परिजनों की आंखें देख ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानों अपने कलेजे के टुकड़ों को अंतिम बार निहारने के लिए उनकी आंखें पथरा सी गईं। पांचों बच्चों का अंतिम संस्कार पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच किया गया।

ढकिया चौकी क्षेत्र के गदमर पट्टी गांव निवासी कदीर की बेटी अलीना उर्फ अल्शिफा (10), शकील का बेटा आकिल (14), न्याज अली की बेटी गुलशन उर्फ गुलाफ्शां (11), मोहन सिंह की बेटी चंचल (11), इसरार की बेटी सना (10), पप्पू का बेटा आदिल और भागीरथ का बेटा राम सिंह समेत सभी सात बच्चे अपनी-अपनी बकरी चराने के लिए बुधवार दोपहर को निकटतम गांव गहनी स्थित गए थे।

इस दौरान बकरी चराने आए अलीना उर्फ अल्शिफा, आकिल, गुलशन, चंचल और सना अधिक गर्मी होने के कारण ईंट भट्ठे के निकट खोदी गई मिट्टी के कारण बने गहरे गड्ढे में जमा हुए पानी में नहाने के लिए उतर गए। नहाते समय उपरोक्त पांचों बच्चे डूब गए थे। डूबकर पांचों बच्चो की मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम के बाद जब शव बृहस्पतिवार तड़के गांव पहुंचे तो चीख-पुकार मच गई।

उसके बाद आमने-सामने की गलियों में मौजूद चार बच्चों का जनाजा और एक बच्चे की अर्थी उठने पर लोग फफक पड़े। ग्रामीणों की आंखें नम हो गई। गांव की हर गली से चीख-पुकार की आवाजे आ रही थी। इस मंजर को देखकर हर व्यक्ति अफसोस जता रहा था। पांच बच्चों का अंतिम संस्कार पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच किया गया।

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