बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात, ओडिशा में छुट्टियां रदद्, इन राज्यों में बारिश के आसार

नई दिल्ली: देश में मानसून की विदाई हो चुकी है लेकिन बंगाल की खाड़ी में एक बार फिर चक्रवात सक्रिय हो रहा है और इस कारण से देश के कई राज्य में फिर मौसम में बदलाव हो सकता है। दिल्ली-एनसीआर से लेकर यूपी-बिहार तक के इलाकों को भारी बारिश से राहत मिल चुकी है लेकिन कुछ राज्यों में आने वाले 24 घंटे में फिर बारिश हो सकती है। महाराष्ट्र से लेकर कर्नाटक और केरल में बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की पूरी संभावना है और ऐसे में आने वाले दो से तीन दिन में इसका असर देखने को मिल सकता है। अगले 36 घंटे के अंदर बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पूर्व मध्य भाग के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। 22 अक्टूबर की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के मध्य में यह दबाव का क्षेत्र बन सकता है, जिससे सीमावर्ती राज्यों में बारिश शुरू हो सकती है।

ओडिशा सरकार ने जारी किया अलर्ट, छुट्टियां रद्द
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने जानकारी दी है कि कम दबाव के क्षेत्र के तूफान का रूप लेने के आसार हैं। चक्रवात की तीव्रता और मार्ग के बारे में कोई पूर्वानुमान अभी जारी नहीं किया गया है। हालांकि ओडिशा सरकार ने इस पूर्वानुमान के मद्देनजर 23 से 25 अक्टूबर के बीच सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियों को रद्द करने का फैसला किया है और सीमावर्ती जिलों में अलर्ट जारी किया है।

इन राज्यों में हो सकती है बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात बनने के बाद बंगाल से सटे राज्यों जैसे झारखंड, बिहार से लेकर ओडिशा में बारिश का दौर एक बार फिर शुरू हो सकता है। साथ ही यह भी संभावना है कि छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड, ओडिशा और पूरे पश्चिम बंगाल के कुछ और हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी हो सकती है। इसके अलावा मौसम में बारे में ताजा अपडेट देने वाली निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर ने कहा है कि बुधवार को भी दक्षिण भारत के राज्यों में भारी बारिश की आशंका जताई है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, मणिपुर, मिजोरम, ओडिशा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, नागालैंड और केरल में हल्की बारिश हो सकती है।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Lucknow Tribune के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें... -------------------------
E-Paper