मशीन में धोते हैं कपड़े, तो इन छोटी-छोटी बातों का रखें ध्यान वरना साल भर में Washing Machine बन जाएगा कबाड़

घर में वाशिंग मशीन हो तो कपड़े धोने और इसे सुखाने की टेंशन से इंसान खुद को बिल्कुल आजाद समझता है। फिर दिन हो या रात जितना और जैसे मन करे वैसे मशीन में कपड़ों को साफ करता रहता है। ऐसा करते हुए कभी-कभी वह ऐसी गलतियां भी कर देता है, जो होती तो मामूली है, लेकिन इसके कारण मशीन डैमेज होने लगता है।

वैसे तो वाशिंग मशीन 7-8 साल आराम से प्रभावी तरीके से कार्य कर सकता है। लेकिन इसके रखरखाव में थोड़ी भी गलती होने से यह साल भर में भी खराब हो जाता है। जिसके कारण या तो इसके रिपेयरिंग में आपको हजारों खर्च करने पड़ते हैं, या इसे बदलना ही पड़ जाता है। ऐसे में यदि आप सालों साल अपने वाशिंग मशीन को नए जैसा रखना चाहते हैं, तो यहां बताए गए बातों को रट लीजिए।

घर में जगह कम हो तो आमतौर पर कई लोगों से वाशिंग मशीन को गलत तरह से रखने की गलती हो जाती है। भले ही यह चीज अभी आपके सहुलियत के अनुसार हो लेकिन जल्दी ही इसका असर मशीन की कार्यक्षमता पर पड़ने लगता है।

ऐसे में जरूरी होता है, कि इसे आप समतल जगह पर रखें, साथ ही बार-बार इसे इधर-उधर रगड़ते हुए न ले जाएं। इससे वाशिंग मशीन पर डेंट पड़ने के साथ पार्ट्स के डैमेज होने का खतरा होता है।

वाशिंग मशीन के जल्दी खराब होने का एक सबसे बड़ा कारण कपड़ों को धोते समय ज्यादा डिटर्जेंट का यूज है। कई लोगों को यह सुनने में अजीब लग सकता है, पर यह शत प्रतिशत सच है। इतना ही नहीं डिटर्जेंट की क्वालिटी भी मशीन को खराब करने का काम करती है।

ऐसा इसलिए होता है क्योंकि धुलाई के बाद डिटर्जेंट के बचे हुए अवशेषों को मशीन पूरी तरह से निकाल नहीं पाता है। जिससे मशीन के पार्ट्स में इसका जमाव होने लगता है, जिससे यह प्रभावी तरीके से अपना काम नहीं कर पाता है।

मशीन बिना रुके घंटो कितना भी काम कर सकता है, यदि आप ऐसा सोचकर अपने मशीन में कपड़ों को ठूंस के भर देते हैं, तो बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं। भले ही कुछ समय तक आपको इसका कोई असर न दिखे लेकिन एक समय बाद आपका मशीन पूरी तरह से ठप हो जाएगा।

इसलिए माना जाता है, कि आपको अपने मशीन को केवल 80 प्रतिशत ही कपड़ों से भरना चाहिए, ताकि इसमें पानी के लिए पर्याप्त जगह रहे। वरना कपड़ों के भार से मशीन पर ज्यादा लोड बढ़ता है, जो डैमेज का कारण बनता है। साथ ही कपड़े भी अच्छी तरह से साफ नहीं होते हैं।

गीले कपड़ों से मशीन में न केवल बदबू भर जाती है, बल्कि इसमें फफूंद लगने का जोखिम भी होता है। ऐसे में कपड़े सही तरह से साफ नहीं हो पाते हैं, और जिसके कारण आपको अपनी मशीन को बदलने की आवश्यकता महसूस होने लगती है।

इसलिए फफूंद से बचने के लिए, जैसे ही धुलाई पूरा हो, अपने साफ कपड़ों को बाहर निकाल लें। यदि आपके पास फ्रंट-लोड वाशिंग मशीन है, तो इसे हवा में सूखने देने के लिए हमेशा लोड के बीच दरवाजा खुला छोड़ दें।

वाशिंग मशीन को खुद भी सफाई आवश्यकता होती है। इसके लिए आपको नियमित रूप से लिंट ट्रेप और फिल्टर की सफाई जरूर करनी चाहिए।

धुलाई के बाद इसमें बहुत ज्यादा कचरा भर जाता है। ऐसे में इसे यदि हर यूज के बाद नहीं साफ किया जाए तो यहां जमाव बढ़ने से मशीन का सही तरह से काम करना मुश्किल हो जाता है।

 

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