अजब-गजबलाइफस्टाइल

21 वर्ष के ये राजकुमार खुदको मानते है भगवान राम का वंशज, 20 हज़ार करोड़ के है मालिक..

हम आज आपको एक आज़ादी से पहली की राजघाराने के वंशज के विषय मे बताने जारहे है. आजादी से पहले अपने देश में राजाओं की राज परंपरा चलती थी, राजघराने हुआ करते थे.लेकिन अब राजाओं के ना राजघराने रहे हैं ना राजाओं के और शासन रहा है.लेकिन कुछ लोग आज भी है, जो खुदको आज़ादी के समय से पहली के राजघाराने वालो के वंशज बतारहे है.आज आपको एक जयपुर रियासत के किंग पद्मनाभ सिंह के बारे में बताने जा रहे है. 21 वर्ष के पद्मनाभ के पास 20 हजार करोड़ से अधिक की संपत्ति है. और इतना ही नहीं आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि ये स्वयं को भगवान श्री राम का वंशज बताते हैं.

हम आपको बताने जारहे है शाही वंशज के विषय मे,शाही परिवार के 303 वें वंशज18 वर्ष की आयु में पद्मनाभ इटली के मिलान में डॉल्चे एंड गब्बाना इंटरनेशनल ब्रांड के लिए रैंप वॉक भी कर चुके हैं. वे जयपुर के शाही परिवार के 303 वें वंशज हैं. वह एक मॉडल, पोलो खिलाड़ी और पर्यटक भी हैं. आपको बतादे उन्हें घूमने फिरने का भी शौक है. ज्यादातर समय वे घूमने में बिताते हैं.

पद्मनाभ, प्रिंसेस दिया कुमारी और नरेंद्र सिंह के बेटे हैं. 13 वर्ष की आयु से ही किंग ने पोलो खेलना प्रारम्भ कर दिया और इसमें इन्होने बहुत योग्यता हासिल कर ली. और इसके बाद उनको पोलो टीम का हिस्सा बना लिया.और इसके बाद इनको टीम का कप्तान बना दिया गया. आपको बता दें पद्मनाभ को वर्ल्ड कप पोलो टीम में ‘the youngest ever player’ का खिताब भी मिल चुका है. और पद्मनाभ को घूमने फिरने का बहुत ज्यादा शौक है.

आपको बतादे किंग पद्मनाभ ने मीडिया को बताया था, कि वह अपने भारतीय संस्कृति को करीब से देखना चाहते हैं और समझना चाहते हैं. और उन्होंने यह भी बोला कि मुझको ईरान देश बहुत पसंद है और इरान जाना पसंद करते हैं. पद्मनाभ जयपुर के पूर्व महाराज भवानी सिंह भगवान राम के बेटे कुश के 309वें वंशज थे. इस राजघराने से ताल्लुक रखने वाली पद्मिनी देवी ने स्वयं एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया था.इसके अलावा इस राजघराने ने अपने अधिकारी एक साइड पर भी इस बात का खुलासा किया है.

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Lucknow Tribune के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें... -------------------------
E-Paper