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मुख्यमंत्री अत्याधुनिक जीवन रक्षक सुविधाओं से लैस 2,554 नई एंबुलेंस का किया फ्लैग ऑफ

बरेली, 01 अप्रैल। स्वास्थ्य को शिक्षा जितना ही महत्वपूर्ण बताते हुए मा0 मुख्यमंत्री ने बरेली से ‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान‘ की शुरुआत की। संचारी रोग अभियान के अन्तर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाली आशा कार्यकत्री आरती सरकार, सीएचओ मोहित कुमार, एएनएम दीपा रतूड़ी को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्र संचारी रोगों के प्रति संवेदनशील हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस, बरेली मंडल में मलेरिया, आगरा में डेंगू, वाराणसी में कालाजार और झांसी में चिकनगुनिया जैसी बीमारियां चुनौती रही हैं। पिछले 8 वर्षों में डबल इंजन सरकार ने इंसेफेलाइटिस को पूरी तरह नियंत्रित कर लिया है, जिसके चलते गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में बच्चों की मौतें रुक गई हैं। मलेरिया भी लगभग नियंत्रित हो चुका है, लेकिन इसे जड़ से खत्म करने के लिए जागरूकता और अभियान चलाए जा रहे हैं।

मा0 मुख्यमंत्री ने कहा कि बरेली, बदायूं और पीलीभीत जैसे जनपदों में मलेरिया और डेंगू को रोकने के लिए जलजमाव को खत्म करने, छिड़काव और लार्वा को नष्ट करने के उपाय किए जा रहे हैं। आशा वर्कर और एएनएम घर-घर जाकर स्क्रीनिंग और जागरूकता अभियान चलाएंगे। इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए 2,554 नई अत्याधुनिक एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। सीएम ने कहा कि 2017 से पहले 108 एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम 17-19 मिनट था, जो अब 7 मिनट तक आ गया है। इन नई एंबुलेंस से रिस्पांस टाइम और कम होगा।

मा0 मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि 2017 से पहले 1947 से 2017 तक केवल 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन पिछले 8 साल में 44 नए सरकारी मेडिकल कॉलेज बने हैं। अब प्रदेश में 80 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज हैं, जिसमें 36 से ज्यादा निजी क्षेत्र में हैं। हर जिले में डायलिसिस, सीटी स्कैन और टेलीमेडिसिन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा आयुष्मान कार्ड जारी करने वाला राज्य बन गया है, जिसके तहत 10 करोड़ लोगों को हर साल 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा मिल रहा है।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट