500 रुपये का ऋण लेकर दिल्ली पहुंची ये महिला, एक छोटे से विचार ने उसे करोड़पति बना दिया

आज हम आपको एक ऐसी महीना के बारे में बताने वाले है जिन्होंने दिल्ली जैसे बड़े शहर में सिर्फ 500 रुपये और अपनी सोच के साथ एक बहुत ही पड़ा बिज़नेस बनाया और आज करोड़पति बन गई।यह महिला उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की रहने वाली कृष्णा यादव है एक समय था जब उनका परिवार कठिन आर्थिक स्थिति का सामना कर रहा था।

कृष्णा के पति मानसिक रूप से परेशान थे और घर की जिम्मेदारी अब उनके ऊपर थी जिसके बाद उन्होंने दिल्ली जैसे बड़े शहर जाने के बारे में सोचा पर उनके पास पैसे नहीं थे इस लिए उन्होंने अपने एक दोस्त से 500 रुपये उधार लिए और नई उम्मीद,अपने परिवार के साथ दिल्ली निकल पड़ी पर दिल्ली जैसे जहा पर नौकरी मिलना बहुत ही मुश्किल है।

कृष्णा ने कई जगह कोशिश की पर उन्हें सफलता नहीं मिली।वैज्ञानिक उस खेत पर भी शोध कर रहे थे जिसके कारण कृष्ण की कृषि में रुचि थी और साल 2001 में कृषि विज्ञान केंद्र में खादी: प्रसंस्करण तकनीक में चार महीने का प्रशिक्षण लेने का फैसला किया उन्होंने साहस देखते हुए प्रयोग में तीन हजार रुपये के उन्होंने 100 किलो आंवले का अचार और पांच किलो मार्च का अचार तैयार किया और जिसके बाद में उन्हें बेच दिया था।

वैसे ये सब उनके लिए बिलकुल भी आसान नहीं था उन्होंने इस दौरान कई मुश्किलों का आमना किया था पर उनके साथ उनके पति भी थे और उन्होंने हार बिलकुल नहीं मानी जानकरी के लिए बता दे की उस समय आंवले के अचार की अवधारणा काफी नई थी, पर लोगों की प्रतिक्रिया मिल रही थी और सभी इस उत्पाद को बनाने के लिए प्रेरित भी हुए थे।

अब कृष्णा यादव 87 प्रकार के उत्पाद बनाती हैं, जिसमें कई प्रकार के सॉस, अचार, मुरब्बा शामिल हैं, उनका खुद का एक ब्रांड भी है जिसका नाम “श्री कृष्णा अचार” है आज लगभग 500 क्विंटल फल और सब्जियों का उपयोग उनके व्यापार में किया जाता है और इनकी कीमत लाखो में है बता दे की कुछ ही समय पहले इसने अपने व्यवसाय का विस्तार पेय निर्माताओं के लिए भी किया है।

बता दे कृष्णा को 8 मार्च 2016 को भारत सरकार के महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा नारी शक्ति सम्मान के लिए भी चुना गया था कृष्णा आज उन सभी औरतो के लिए प्रेरणा है जो खुद से कुछ करना चाहती है।

 

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