विश्व रेबीज दिवस पर आईवीआरआई में निशुल्क रेबीज टीकाकरण कार्यक्रम का आयोजन

बरेली , 28 सितम्बर । विश्व रेबीज दिवस के अवसर पर आईवीआरआई के रेफरल पॉली क्लीनिक में रोटरी क्लब, इज़्ज़तनगर के सहयोग से श्वानों एवं बिल्लियों के लिए आज निशुल्क रेबीज टीकाकरण कार्यक्रम किया गया । इस अवसर पर 50 से अधिक श्वानों को रेबीज के निशुल्क टीके लगाए गए । इस अवसर पर नगर निगम द्वारा लाये गए आवारा श्वानों का भी टीकाकरण किया गया। संस्थान के पशु जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा रेबीज के बारे में लोगों को जागरूक करने हेतु पम्पलेट भी वितरित किए गए ।
कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के संयुक्त निदेशक शैक्षणिक डॉ. एस. के. मेंदीरता ने किया उन्होंने अपने उदबोधन कहा कि रेबीज के बारे में लोगों को जागरूक करने और इस जानलेवा बीमारी से लोगों को बचाने के उद्देश्य से हर साल विश्वभर में 28 सितंबर को रेबीज डे मनाया जाता है। रेबीज विषाणु जनित लाइलाज जानलेवा बीमारी है यह स्तनधारी प्राणियों के काटने से होती है अत: यह आवश्यक है की हम अपने पालतू पशुओं का प्रतिवर्ष टीकाकरण अवश्य कराएं । उन्होंने रोटरी क्लब इज्जतनगर की सराहना करते हुए कहा कि यह सन 2013 से लगातार पशुओं के लिए टीकाकरण एवं अन्य कार्यक्रम करता आया है।
रेफरल पॉली क्लीनिक के प्रभारी डॉ अमर पाल ने इस साल की थीम ‘आल फॉर 1 वन हैल्थ फॉर ऑल के बारे में बताते हुए कहा कि यह थीम मनुष्यों और जानवरों के बीच के संबंध को हाइलाइट करेगी। उन्होंने रेबीज दिवस का जिक्र करते हुए कहा कि इस दिन फ्रेंच केमिस्ट और माइक्रोबायोलॉजिस्ट लुई पाश्चर की डेथ एनिवर्सरी होती है, जिन्होंने सन 1885 में पहली बार रेबीज की वैक्सीन को विकसित किया था। आज ये वैक्सीन जानवरों और मनुष्यों के बीच महत्वपूर्ण रोल अदा कर रही है। इसके इस्तेमाल से मनुष्यों में रेबीज से होने वाले खतरे को कम किया जा सकता है।
इस अवसर पर रोटरी क्लब के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. डी. सी. शुक्ला, डॉ शशि दुग्गल, रोटेरियन अर्जुन अग्रवाल, रोटेरियन डॉ डी. के द्विवेदी, डॉ दिशा नवरेश, रोटेरियन डॉ. अशोक मेहरा, रोटेरियन वी. के. मिश्रा, रोटेरियन शुभाष अग्रवाल, रोटेरियन सहित संस्थान के डॉ संजीव मेहरोत्रा, डॉ. उमेश डिमरी, डॉ डी. बी. मण्डल , डॉ एस के दीक्षित, डॉ. एस. के. घोष डॉ रेखा पाठक, डॉ. किरनजीत, डॉ. हिमानी धांजे, डॉ. ए. सी. सक्सेना, डॉ अखिलेश तथा नगर निगम के श्री आदित्य तिवारी सहित अनेक विभागों के विभागाध्यक्ष, वैज्ञानिक, छात्र- छात्राएं एवं अधिकारी उपस्थित रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट