सूकर पालन पर उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन
बरेली, 03 अगस्त। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर के सूकर उत्पादन प्रक्षेत्र, एलपीएम अनुभाग द्वारा अनुसूचित जाति के लाभार्थियों के लिए पांच दिवसीय ”सूकर पालन पर उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का कल समापन हो गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उत्तराखण्ड एवं उत्तर प्रदेश के 25 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र. वितरित किये गये।
नया ज्ञान अर्जित करें
कार्यक्रम में बोलते हुए संस्थान की संयुक्त निदेशक प्रसार शिक्षा, डा. रूपसी तिवारी ने बताया कि सूकर पालन में नवाचार लाना आवश्यक है तथा यह नवाचार हम प्रशिक्षण एवं वैज्ञानिक विधि से ला सकते हैं। उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग कभी खत्म नहीं होती इसलिए हमें नये ज्ञान को अर्जित करना चाहिए तथा उसे अपडेट करते रहना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने संस्थान द्वारा विकसित मोबाइल एप्प के बारे में भी बताया।
एलपीएम प्रभारी डा. मुकेश सिंह ने इस अवसर पर आपसी संवाद कायम करने तथा निरन्तर आपसी ज्ञान आदान-प्रदान करने की बात साझा की।
प्रभारी, सूकर उत्पादन प्रषेत्र, डॉ अनुज चौहान ने बताया कि प्रतिभागियों को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान सूकरों की उपयोगी नस्लें, आवास निर्माण एवं प्रबन्धन, विभिन्न वर्ग/अवस्थाओं में शूकर में पोषण प्रबन्धन, उत्तम संतति हेतु सूकरों का चयन, सूकर फार्म का आर्थिक प्रबन्धन, सूकरों के मुख्य रोग लक्षण निदान एवं नियन्त्रण, जैव सुरक्षा, सूकरों का विपणन एवं बीमा, सूकर मांस उत्पादन विशेषताएं एवं विभिन्न उत्पाद, सूकर पालन प्रोत्साहन हेतु सरकारी योजना तथा ऋण सुविधा आदि के बारे मे विस्तृत जानकारी प्रदान गयी। इसके अतिरिक्त सूकर पालन के क्षेत्र में अग्रणी कार्य करने वाले उधमियों के फार्म का भी भ्रमण कराया गया।
कार्यक्रम का संचालन प्रभारी, सूकर उत्पादन प्रषेत्र, डॉ अनुज चौहान तथा इसी विभाग के वैज्ञानिक डा. विवेक जोशी द्वारा किया गया गया। इस अवसर पर संस्थान के एआईसीआरपी पिग परियोजना के प्रधान अन्वेषक डा. अमित कुमार सहित पशुधन उत्पादन एवं प्रबन्धन अनुभाग के कर्मचारीगण उपस्थित रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट