उत्तर प्रदेश

रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के CSIT विभाग में कार्यरत डॉ. प्रीति यादव को मिला विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद का मेजर रिसर्च प्रोजेक्ट


बरेली , 09 अगस्त। महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (CSIT) विभाग की डॉ. प्रीति यादव को विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा एक मेजर रिसर्च प्रोजेक्ट प्रदान किया गया है। इस प्रोजेक्ट का शीर्षक “Design of an Innovative AI and IoT-Based Framework for Livestock/Stray Animal Surveillance and Health Monitoring in India” है। यह परियोजना भारत में किसानों द्वारा धार्मिक, सांस्कृतिक और पारंपरिक गतिविधियों के लिए उपयोग किए जाने वाले जानवरों के सामने आने वाली चुनौतियों को संबोधित करने के उद्देश्य से डिजाइन की गई है।
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य एक अभिनव ढांचा/प्लेटफार्म विकसित करना है जो इन जानवरों की देखभाल सुनिश्चित करेगा। इसके साथ ही, यह परियोजना कृषि के साथ प्रौद्योगिकी को जोड़ने का एक नया प्रयास होगा। यह प्रणाली एआई और IoT तकनीकों का उपयोग करके बड़े और जटिल डेटा सेट का विश्लेषण कर जानवरों के व्यवहार पैटर्न की पहचान करेगी। ट्रैकर्स/सेंसर वास्तविक समय में डेटा संग्रह करेंगे और आवारा जानवरों और पशुओं की गतिशीलता और स्वास्थ्य की जानकारी प्रदान करेंगे।
डॉ. प्रीति यादव का यह प्रयास पारंपरिक और सतत कृषि के लिए उन्नत तकनीकी प्रथाओं को शामिल करने के साथ-साथ किसानों की आजीविका में सुधार करने और पशुधन/आवारा जानवरों की वास्तविक समय में स्वास्थ्य निगरानी का समर्थन करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
इस परियोजना के कुछ विशेष उद्देश्य इस प्रकार हैं:
– भारत में पशुधन/आवारा जानवरों की निगरानी और स्वास्थ्य निगरानी के लिए एआई और IoT-सहायता प्राप्त ढांचे को डिजाइन करना।
– वास्तविक समय की निगरानी के लिए विभिन्न सेंसरों का एकीकरण और तैनाती, जिसमें स्वास्थ्य मापदंडों के लिए बायोमेट्रिक सेंसर, स्थान ट्रैकिंग के लिए GPS और RFID तकनीक, और पर्यावरण सेंसर शामिल हैं।
– जानवरों की संरक्षण स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए डेटा का उपयोग करना।
– मशीन लर्निंग और एआई एल्गोरिदम का कार्यान्वयन।
– डिजिटल डेटाबेस का निर्माण।
– प्रोटोटाइप का विकास और पेटेंट।
– शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से समुदाय की भागीदारी को बढ़ावा देना।
महात्मा ज्योतिबा फुले विश्वविद्यालय के CSIT विभाग की डॉ. प्रीति यादव को अनुसंधान हेतु 12.18 लाख रुपये का मुख्य अनुदान विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद, लखनऊ द्वारा स्वीकृत किया गया।
डॉ. यादव की इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. के पी सिंह, संकाय अध्यक्ष प्रो. शोभना सिंह, विभागाध्यक्ष प्रो. विनय ऋषिवाल, और अन्य ने उन्हें शुभकामनाएँ प्रेषित की हैं।
इस प्रोजेक्ट के माध्यम से किसानों और पशु प्रबंधन में लगे अन्य हितधारकों को एक उन्नत तकनीकी समाधान प्रदान किया जाएगा, जो पशुओं की देखभाल की दक्षता और स्थिरता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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