किताबी नुक्कड़ ने अपने पहले साहित्यिक आयोजन मतैक्य (Unison) का किया सफल आयोजन
किताबी नुक्कड़ ने 23 मार्च 2025 को लखनऊ के गोमती नगर स्थित चाकोको कैफ़े और रेस्तरां में अपने पहले साहित्यिक कार्यक्रम मतैक्य (Unison) का आयोजन किया। साहित्यिक चर्चाओं को एक नए अंदाज में प्रस्तुत करने के उद्देश्य से, किताबी नुक्कड़ कैफ़े-शैली के अनौपचारिक सेटअप में बौद्धिक संवाद को बढ़ावा देता है। इस पहल के माध्यम से वक्ताओं और श्रोताओं के बीच दोतरफ़ा संवाद स्थापित किया जाता है, जिससे साहित्य को युवा पीढ़ी के बीच लोकप्रिय संस्कृति का हिस्सा बनाने में सहायता मिले।
इस आयोजन की थीम फ्रांज़ काफ़्का की कहानी सपने पर आधारित थी, जिसमें सपनों, आंतरिक संघर्षों और जीवन-मृत्यु की समझ पर चर्चा की गई।
डॉ. शिप्रा चतुर्वेदी के साथ एक विचारोत्तेजक सत्र
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में डॉ. शिप्रा चतुर्वेदी उपस्थित रहीं, जिन्होंने काफ़्का की कहानी सपने का जर्मन से हिंदी में अनुवाद किया है। उन्होंने कहानी का सजीव पाठ किया, जिसे श्रोताओं ने खूब सराहा और तालियों से स्वागत किया। अपनी अनुवाद यात्रा को साझा करते हुए, डॉ. शिप्रा ने बताया कि कई स्थानों पर उन्हें काफ़्का के विचार कबीर की रचनाओं से मिलते-जुलते लगे, हालांकि दोनों पूरी तरह अलग युगों से संबंधित थे।
रोचक चर्चाएँ और दर्शकों की भागीदारी
कहानी-पाठ के बाद, कार्यक्रम की होस्ट और प्रतिष्ठित लेखिका डॉ. मधु गोपाल ने एक गहन चर्चा का संचालन किया। काफ़्का के विचारों और उनकी प्रासंगिकता पर डॉ. शिप्रा के साथ उनकी बातचीत कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण बनी।
सबसे रोचक क्षण तब आया जब श्रोताओं ने अपने विचार और प्रश्न प्रस्तुत करने शुरू किए। कुछ ही क्षणों में यह मंच खुली चर्चा का केंद्र बन गया, जहां हर कोई अपने दृष्टिकोण साझा कर रहा था और साहित्यिक संवाद जीवंत हो उठा।
समापन और भविष्य की योजनाएँ
आयोजन के अंत में किताबी नुक्कड़ के संस्थापक, श्री. अश्विनी शर्मा ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और उनकी सक्रिय भागीदारी की सराहना की। उन्होंने बताया कि किताबी नुक्कड़ का उद्देश्य साहित्य प्रेमियों को निरंतर जोड़ना है—न केवल ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से, बल्कि अपने यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए भी।
मतैक्य के सफल आयोजन के साथ, किताबी नुक्कड़ भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों के ज़रिए साहित्य प्रेमियों को संवाद, चिंतन और बौद्धिक चर्चा के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करता रहेगा।