एसआरएमएस रिद्धिमा में साहित्यकार भीष्म साहनी के नाटक “रंग दे बसंती चोला” से दी गई शहीदों को श्रद्धांजलि
बरेली,19 अगस्त ।एसआरएमएस रिद्धिमा के प्रेक्षागृह में कल शाम नाटक “रंग दे बसंती चोला” के जरिये जलियांवाला बाग को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई। नई दिल्ली के थिएटरलीला एक्टिंग स्टूडियो की ओर से प्रस्तुत, साहित्यकार भीष्म साहनी लिखित और वरुण शर्मा निर्देशित नाटक “रंग दे बसंती चोला” 1919 के हुए जलियांवाला बाग नरसंहार की दिल दहला देने वाली घटनाओं पर प्रकाश डालता है। यह ऐतिहासिक नाटक 13 अप्रैल, 1919 की दुखद घटनाओं को जीवंत करता है, जब जनरल डायर की कमान के तहत ब्रिटिश सैनिकों ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में निहत्थे भारतीय नागरिकों की शांतिपूर्ण सभा पर गोलियां चला दी थीं। यह नरसंहार भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ बन गया, जिसने देश को औपनिवेशिक उत्पीड़न के खिलाफ खड़े होने के लिए प्रेरित किया। यह नाटक न केवल उस भयानक दिन की दर्दनाक घटनाओं को याद करता है, बल्कि पीड़ितों, बचे लोगों और उनके परिवारों पर भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव का भी पता लगाता है। यह देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अनगिनत शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए, भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के बड़े आख्यान पर प्रकाश डालता है। इसमें जनरल डायर के रूप में राहुल, माइकल ओडवायर के रूप में आर्यन अग्निहोत्री, माइकल इरविंग के रूप में संभव गुप्ता, हेमराज के रूप में ईशान जैन, रत्ना देवी के रूप में दिव्या पटेल, सरदार के रूप में मानस राज और किशना के रूप में रश्मी ने बेहतरीन अभिनय किया। इस मौके पर एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति जी, आशा मूर्ति जी, उषा गुप्ता जी, इंजीनियर सुभाष मेहरा, डा.रजनी अग्रवाल, डा.एमएस बुटोला, डा.प्रभाकर गुप्ता, डा.अनुज कुमार और गण्यमान्य लोग मौजूद रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट