नंद घर ‘सैमसंग गैलेक्सी टैब एस9 सीरीज जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2024’ में भारत की सांस्कृतिक विविधता को जीवंत कर सामाजिक प्रभाव पहल का जश्न मनाएगा

जयपुर, 01 फ़रवरी, 2024: अनिल अग्रवाल फाउंडेशन (आफ़) का फ्लैगशिप प्रोजेक्ट, नंद घर सैमसंग गैलेक्सी टैब एस9 सीरीज जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2024 में ‘सोशल इम्पैक्ट पार्टनर’ के रूप में मुख्य भूमिका निभाएगा। इस प्रकार, यह भारत की सांस्कृतिक विविधता, ग्रामीण महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों के कौशल-निर्माण प्रयासों को प्रदर्शित करते हुए इन्हें जीवंत करने का माध्यम बनेगा। नंद घर का मुख्य दृष्टिकोण प्रारंभिक शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण की पहुँच को बढ़ावा देना है। इसे एक स्तर आगे बढ़ाते हुए, नंद घर ने सैमसंग गैलेक्सी टैब एस9 सीरीज जयपुर लिटरेचर 2024 फेस्टिवल में राजस्थान के रंगों और परंपराओं से लोगो को जोड़ने, महिलाओं और स्थानीय कारीगरों के समावेशी विकास के महत्व को उजागर करने और स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहित करने का लक्ष्य साधा है, जिसके माध्यम से आफ़ और नंद घर, राज्य और उसके बाहर कई लोगों के जीवन में बदलाव लाने में सक्षम रहे हैं।

 

इस साझेदारी के रूप में, आफ़, इस फेस्टिवल में नंद घर बागान स्थापित कर रहा है, जो कि एक गतिशील और सांस्कृतिक रूप से जीवंत एक्सपीरियंस सेंटर है। नंद घर बागान इस फेस्टिवल में एक अनुभव केंद्र के रूप में काम करेगा, जो विशेष रूप से साझा किए गए कार्यक्रमों के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाएगा। यह बागान न सिर्फ अपने बेहतरीन कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण जीवन का प्रदर्शन करेगा, बल्कि फेस्टिवल में शिरकत करने वाले लोगों को सांस्कृतिक प्रदर्शन, स्थानीय व्यंजनों और शिल्प की झलक भी प्रदान करेगा। इसके साथ ही, यह स्किल डेवलपमेंट वर्कशॉप्स के लिए एक सार्थक मंच के रूप में भी काम करेगा। ये वर्कशॉप्स प्रतिभागियों को पारंपरिक शिल्प और कौशल की समझ को बढ़ावा देने वाले व्यावहारिक अनुभव प्रदान करेंगी।

 

आंगनबाड़ियों के लिए अपने अभिनव दृष्टिकोण हेतु नंद घर को एक विशेष पहचान प्राप्त है। नंद घर के अंतर्गत आंगनबाड़ियां ऐसे सेंटर्स के रूप में कार्य करती हैं, जो सुबह के समय में बच्चों के लिए प्रीस्कूल शिक्षा और दोपहर के समय में महिलाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रमों का संचालन करती है। फेस्टिवल की साझेदारी के रूप में, संबंधित वर्कशॉप्स के माध्यम से नंद घर की कौशल पहल को जीवंत रूप मिल सकेगा, जिसमें मोमबत्ती बनाना, ब्लॉक प्रिंटिंग, कठपुतली कला, बाँधनी और टाई-डाई, बुक-मार्क पेंटिंग, खड़ताल बजाना और साफा पगड़ी बाँधना आदि शामिल होगा। नंद घर बागान महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों की भूमिका को भी बढ़ावा देगा, जिसके अंतर्गत यह मिलेट लड्डू जैसे स्वदेशी व्यंजनों के लिए एक कुकिंग वर्कशॉप और उनके द्वारा बनाई गई रेसिपीज़ को प्रदर्शित करेगा।

इस साझेदारी के बारे में विस्तार से बताते हुए, सुश्री प्रिया अग्रवाल हेब्बार, चेयरपर्सन, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड; नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, वेदांता लिमिटेड; और आफ़ की सामाजिक प्रभाव पहलों की एंकर, ने कहा, “हमें उम्मीद है कि इस साझेदारी के माध्यम से, हम विकसित भारत की यात्रा में कौशल, पोषण और जमीनी स्तर की स्वास्थ्य देखभाल के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने में सक्षम होंगे। आफ़ के द्वारा हमारा दृष्टिकोण देश भर की 14 लाख आंगनबाड़ियों को नंद घरों में तब्दील करना है। हमने पूरे भारत में 14 से अधिक राज्यों में 5800 से अधिक सेंटर के साथ बेहतर शुरुआत की है। ऐसे में, नंद घर 2.25 लाख से अधिक बच्चों के जीवन को प्रभावित करने और 1.7 लाख से अधिक महिलाओं को सशक्त बनाने में अपना अभूतपूर्व योगदान दे चूका है। हम इस साझेदारी के माध्यम से भारत में आंगनबाड़ियों का एक मज़बूत और आधुनिक नेटवर्क स्थापित करने की उम्मीद करते हैं।”

नंद घर बागान में मेंहदी जैसे कार्यक्रमों के साथ ही साथ कालबेलिया नृत्य और स्थानीय बैंड्स की मनमोहक प्रस्तुतियां भी शामिल होंगी। इसके अलावा, बागान पौराणिक कथाओं, कल्याण, संचार रणनीति, स्वदेशी भोजन के लाभों और अन्य विषयों पर सैमसंग गैलेक्सी टैब एस9 सीरीज जयपुर लिटरेचर फेस्ट लाइन-अप के विभिन्न सत्रों की मेजबानी भी करेगा।

विज़िटर्स 1 से 5 फरवरी, 2024 तक जयपुर के होटल क्लार्क्स आमेर में इस गहन अनुभव में भाग ले सकते हैं।
अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के बारे में:
अनिल अग्रवाल फाउंडेशन वेदांता की प्रमुख इकाई है, जो सामुदायिक और सामाजिक पहल के लिए प्रतिबद्ध है। फाउंडेशन का फोकस क्षेत्र स्वास्थ्य देखभाल, महिला एवं बाल विकास, पशु कल्याण से संबंधित प्रोजेक्ट्स और खेल पहल हैं। अनिल अग्रवाल फाउंडेशन का लक्ष्य समुदायों को सशक्त बनाना, जीवन में बदलाव लाना और सतत और समावेशी विकास के माध्यम से राष्ट्र निर्माण को सुविधाजनक बनाना है। फाउंडेशन पाँच वर्षों में विभिन्न सामाजिक प्रभाव कार्यक्रमों हेतु 5000 करोड़ रुपए का अभिदान देने का इरादा रखता है।
अधिक जानकारी के लिए, विज़िट करें: https://www.anilagarwalfoundation.org
नंद घर के बारे में:
नंद घर, अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के तहत एक प्रमुख सामाजिक प्रभाव प्रोजेक्ट है, जो कि देश के आँगनवाड़ी इकोसिस्टम को मजबूत करने की दिशा में काम करने वाला एक मॉडल प्रोजेक्ट है। भारत भर के 14 राज्यों में वर्तमान में 5800 से अधिक नंद घर स्थित हैं। ये परिवर्तन और सतत विकास के प्रवर्तक के रूप में वर्तमान में 2.25 लाख से अधिक बच्चों और 1.7 लाख महिलाओं को प्रभावित कर रहे हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (एमओडब्ल्यूसीडी) के सहयोग से स्थापित, नंद घर आधुनिक ‘आँगनवाड़ियाँ’ हैं, जो बच्चों में कुपोषण को खत्म करने, पूर्व-प्राथमिक शिक्षा, प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने और कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए काम कर रहे हैं। अत्याधुनिक आँगनवाड़ियों- नंद घर, का लक्ष्य देश भर में 13.7 लाख आँगनवाड़ियों में 7 करोड़ बच्चों और 2 करोड़ महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है। नंद घर 24×7 बिजली, जल शोधक, स्वच्छ शौचालय और स्मार्ट टेलीविजन सेट सुनिश्चित करने के लिए सोलर पैनल्स से सुसज्जित हैं, और इन्होंने खुद को स्थानीय समुदायों के लिए एक मॉडल संसाधन केंद्र के रूप में स्थापित किया है। 3-6 वर्ष की आयु के बच्चों को प्री-स्कूल शिक्षा प्रदान की जाती है। बच्चों और गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए पौष्टिक भोजन, मल्टी मिलेट न्यूट्री-बार और घर ले जाने योग्य राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। मोबाइल स्वास्थ्य वैन और टेलीमेडिसिन सेवाओं के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जाती हैं और महिलाओं को कौशल और उद्यम विकास के माध्यम से सशक्त बनाया जाता है।

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