मास्टरकार्ड और यू ग्रो कैपिटल ने छोटे व्यवसायों के लिए वित्त संबंधी समाधान बढ़ाने और व्यापार वृद्धि का समर्थन करने के लिए हाथ मिलाया

मास्टरकार्ड ने आज भारत में छोटे व्यवसायों के लिए वित्त संबंधी समाधानों का विस्तार करने के लिए एमएसएमई फाइनेंसिंग में विशेषज्ञता वाली नॉन-बैंकिंग फाइनेंसिंग कंपनी यू ग्रो कैपिटल के साथ हाथ मिलाने की घोषणा की। छोटे व्यवसायों को अपने अस्तित्व को बनाए रखने और काम को बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता की आवश्यकता होती है। भारत में एमएसएमई लंबे समय से कई तरह की जटिल चुनौतियों से जूझ रहे हैं, जिनमें पूंजी तक उनकी सीमित पहुंच भी शामिल है। हालिया रिपोर्टों के अनुसार भारत में 6.40 करोड़ से अधिक एमएसएमई में से केवल 14 प्रतिशत के पास ही ऋण तक पहुंच है।

मास्टरकार्ड और यू ग्रो कैपिटल के बीच इस रणनीतिक सहयोग का उद्देश्य भारत में लाखों छोटे व्यवसायों के लिए समग्र डिजिटल सप्लाई चेन फाइनेंसिंग समाधानों को सक्षम करके इस चुनौती का समाधान करना है। यू ग्रो कैपिटल अन्य छोटे व्यापारियों और महिला उद्यमियों के अलावा डीलर-डिस्ट्रीब्यूटर्स और अंतिम खुदरा विक्रेताओं को अल्पकालिक ऋण की पेशकश करने के लिए अपने प्रोपराइटरी अंडरराइटिंग और नकदी प्रवाह समर्थित मूल्यांकन मॉडल का लाभ उठाएगी। अपने विशाल नेटवर्क के माध्यम से मास्टरकार्ड छोटे व्यवसायों के विकास के लिए पर्याप्त सहयोग को संभव करने के लिए मांग और आपूर्ति वाले पारिस्थितिकी तंत्र के हितधारकों को एक आम मंच पर ला रहा है।

मास्टरकार्ड के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, साउथ एशिया विकास वर्मा ने टिप्पणी की, “मास्टरकार्ड एमएसएमई के सामने आने वाली पूंजी तक पहुंच संबंधी महत्वपूर्ण चुनौतियों को समझता है, जिससे उनके व्यवसायों के विकास में बाधा उत्पन्न होती है। क्रेडिट संबंधी अंतर को पाटने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है, और इस मौजूदा विभाजन को दूर करने के लिए पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर सही साझेदारी बनाना बेहद जरूरी है। यू ग्रो कैपिटल और मास्टरकार्ड एक सुलभ कार्यशील पूंजी समाधान देने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं और इस सहयोगात्मक प्रतिबद्धता का उद्देश्य पूरे भारत में छोटे व्यवसायों के विकास को बढ़ावा देना है, जिससे उद्यमशीलता परिदृश्य में निरंतर सफलता का मार्ग प्रशस्त हो सके।”

एमएसएमई फाइनेंसिंग के लिए अपने प्रगतिशील दृष्टिकोण के साथ यू ग्रो कैपिटल एमएसएमई को ऋण देने के लिए डेटा टेक प्लेटफॉर्म का लाभ उठाती है। यह दृष्टिकोण पारंपरिक वित्तीय और कोलैटरल-बेस्ड मूल्यांकनों से परे डेटा विश्लेषण के आधार पर नकदी प्रवाह-समर्थित आकलन पर जोर देता है। यू ग्रो कैपिटल का प्रोपराइटरी अंडरराइटिंग मॉडल, ग्रो स्कोर पारिस्थितिकी तंत्र की शक्ति का उपयोग करके ऋण देने के पारंपरिक तरीके से परे जाता है और ग्राहकों को उनके बैंकिंग, ब्यूरो और जीएसटी के आंकड़ों के आधार पर मूल्यांकन करने के लिए वैकल्पिक डेटा स्रोतों का लाभ उठाता है, जिससे अंतिम सिरे तक क्रेडिट विस्तार की सुविधा मिलती है।

यू ग्रो कैपिटल के वाइस-चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर शचींद्र नाथ ने कहा, “पेमेंट इंडस्ट्री में एक मान्यता प्राप्त वैश्विक नेतृत्वकर्ता के रूप में पहचाने जाने वाले मास्टरकार्ड के साथ सहयोग करने के लिए हम वास्तव में बेहद उत्साहित हैं। यह रणनीतिक साझेदारी एमएसएमई फाइनेंसिंग के परिदृश्य को नया आकार देने और तत्काल कार्यशील पूंजी के लिए दबावपूर्ण मांगों को पूरा करने के हमारे दृष्टिकोण को साबित करती है। हम मास्टरकार्ड नेटवर्क के माध्यम से लाखों छोटे व्यवसायों तक पहुंच बनाने के लिए आश्वस्त हैं, जिससे एमएसएमई क्षेत्र पर हमारा सामूहिक प्रभाव बढ़ेगा। नवप्रवर्तन और साझा प्रतिबद्धता पर आधारित यह गठबंधन देश भर में एमएसएमई की जटिल ऋण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने में एक महत्वपूर्ण शक्ति बनने की क्षमता रखता है।”

मास्टरकार्ड ने 2025 तक 2.50 करोड़ महिला उद्यमियों सहित कुल एक अरब लोगों और 5 करोड़ सूक्ष्म एवं लघु व्यवसायों को डिजिटल अर्थव्यवस्था में लाने की वैश्विक प्रतिबद्धता की घोषणा की। यू ग्रो कैपिटल के साथ यह सहयोग भारत भर के व्यवसायों के लिए वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के मास्टरकार्ड के मिशन के साथ पूरी तरह से मेल खाता है।

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