रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय में विकसित भारत @2047 के परिप्रेक्ष्य में विश्वविद्यालय की भूमिका विषयक कार्यक्रम का आयोजन
बरेली ,23 दिसम्बर। महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली द्वारा विकसित भारत @2047 के परिप्रेक्ष्य में विश्वविद्यालय की भूमिका विषयक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति प्रो. के .पी.सिंह , मुख्य अतिथि प्रो.त्रिवेणी दत्त, निदेशक भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान बरेली, उम्मीद संस्था के संचालक श्री बलबीर सिंह द्वारा दीपप्रज्वलन से किया गया। अतिथियों का स्वागत भाषण एवं कार्यक्रम की रुपरेखा प्रो.तूलिका सक्सेना द्वारा प्रस्तुत की गईं।
श्री बलबीर सिंह दारा द्वारा भिक्षावृत्ति रोकने के क्षेत्र में उनकी संस्था उम्मीद द्वारा किए जाने वाले प्रयासों और जीविका अर्जन हेतु सक्षम बनाने के क्षेत्र में किए जाने वाले प्रयासों के बारे में बताया गया। इस विषय उन्होंने अपने अनुभव भी साझा किए तथा युवाओं को भी जुड़ने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. त्रिवेणी दत्त जी द्वारा विकसित भारत के संबंध में युवाओं की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है, इस विषय में चर्चा की गई और इसके साथ-साथ किस प्रकार शैक्षिक संस्थान विकास यात्रा में शिक्षकों , प्रशासको , अधिकारियों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों के साथ मिलकर अपना योगदान दे सकती हैं, इस बारे में भी सभी को प्रेरित किया। उन्होने बताया कि यदि सभी लोग मिलकर एक साथ होकर कार्य करें तो विकसित भारत की विकास यात्रा सही अर्थो में अपने उद्देश्य को प्राप्त कर पाएगी ।
इस अवसर पर कुलपति जी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि भारतवर्ष का युवा ऊर्जा और नवीन विचारों का भंडार है। आवश्यकता इस बात की है कि उनकी ऊर्जा और विचारों को सही दिशा दिखाने के लिए उन्हें सही मार्गदर्शन प्रदान करने की ताकि युवा पीढ़ी एक साथ मिलकर नए विचारों को नए भारत के निर्माण के लिए प्रयोग करे और इस दीर्घकालिक अभियान हेतु अपने दायित्वों को समझे। इस संबंध में रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय द्वारा भी लगातार कार्य किया जा रहा है। शैक्षिक और सामाजिक विकास हेतु विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है, आर्थिक विकास हेतु आर.आई. एफ.के माध्यम से स्टार्टअप चलाए जा रहे है, शोध किए जा रहे है और तकनीकी शिक्षा के माध्यम से डिजिटल इंडिया अभियान मे में योगदान दिया जा रहा है। विश्वविद्यालय और विभिन्न महाविद्यालयों के युवा विद्यार्थियों की नई टीम तैयार की जा रही है जो विकसित भारत के इस अभियान हेतु कार्यशालाओ,चर्चा सत्र आदि द्वारा जन जन में जागरूकता जगाएंगे। इस अभियान की सफलता के लिए युवाओं को ही आगे आना होगा और अपने भूमिका निर्वहन करनी होगी।इसके लिए सरकार द्वारा पोर्टल पर विभिन्न आइडियाज और सुझाव आमंत्रित किए गए हैं और इनमें से सर्वश्रेष्ठ विचारों के लिए पुरस्कार की व्यवस्था भी की गई है । इस अभियान से सभी विद्यार्थी जुड़े और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे।
धन्यवाद ज्ञापन प्रो. पी. बी.सिंह , डी . एस.डबल्यू. द्वारा किया गया ।कार्यक्रम में प्रो .ए.के. सिंह, प्रो. जे . एन.मौर्य, डॉ.अमित सिंह, डॉ.ज्योति पांडेय डॉ.त्रिलोचन शर्मा , डॉ.सौरव वर्मा,श्री आनंद सिंह मौर्य,श्री मति सुनीता यादव, डॉ.विमल कुमार, रोबिन बालियान ,विभिन्न संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारीगण, कर्मचारीगण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट