लंदन पुलिस ने खालिस्‍तानी अवतार सिंह खांडा को किया गिरफ्तार, भारतीय उच्‍चायोग पर तिरंगे को फेंका था नीचे, जानिए अमृतपाल से क्‍या है कनेक्‍शन

लंदन: 19 मार्च को खालिस्‍तानी उपद्रवियों ने लंदन में भारतीय उच्‍चायोग में दाखिल होने की कोशिशें कीं। उच्‍चायोग के बाहर जमकर उत्‍पात मचाया गया और यहां पर लगे तिरंगे को नीचे फेंक दिया गया। खालिस्‍तानियों ने इसकी जगह पर पीले रंग का अपना झंडा लगा दिया। बताया जा रहा है कि इस पूरी घटना के पीछे अवतार सिंह खांडा का हाथ है। जो खबरें आ रही हैं उसके मुताबिक लंदन की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। खांडा ने ही उच्‍चायोग की पहली मंजिल पर लगे तिरंगे को निकालकर फेंक दिया था। कहा जा रहा है कि खांडा ने ही वारिस पंजाब दे के चीफ अमृतपाल सिंह को ट्रेनिंग दी थी जिसकी तलाश में पुलिस इधर-उधर भाग रही है। अवतार सिंह खांडा काफी खतरनाक है। वह खालिस्‍तानी लिब्रेशन फोर्स से जुड़े रहे कुलवंत सिंह खुखराना का बेटा है।
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सूत्रों की मानें तो खांडा ही अमृतपाल का हैंडलर है और उसने ही अमृतपाल को ‘मिशन खालिस्‍तान’ के लिए ट्रेनिंग दी है। रविवार का जो वीडियो आया है, वह काफी डराने वाला है। इसमें साफ नजर आ रहा है कि कैसे ‘खालिस्‍तान जिंदाबाद’ के नारे लगाते हुए कुछ लोग उच्‍चायोग की पहली मंज‍िल पर पहुंच जाते हैं। इनमें से ही एक शख्‍स तिरंगे को उतारकर नीचे फेंक देता है।

कहा जाता है कि खांडा का कनेक्‍शन पाकिस्‍तान की इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई से है। खांडा, प्रतिबंधित संगठन बब्‍बर खालसा इंटरनेशनल के परमजीत सिंह पम्‍मा करीबी है। पम्‍मा अक्‍सर सिख युवाओं को चरमपंथ की ट्रेनिंग देने के लिए क्‍लासेज आयोजित करता रहता है। खांडा कितना खतरनाक है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसे आईईडी को सेकेंड्स में एसेंबल करना बखूबी आता है।

खालिस्‍तानियों ने भारतीय उच्‍चायोग पर तोड़फोड़ की। घटना के जो वीडियोज रविवार को आए वह काफी डराने वाले हैं। इनमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे तिरंगे को निकालकर खालिस्‍तानी उसी जगह पर अपना झंडा लगा रहे हैं। भारत में ब्रिटिश राजनयिक के सामने इस घटना को लेकर विरोध दर्ज कराया गया है। विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि भारत की तरफ से कहा गया है कि यह पूरा मामला सुरक्षा में चूक का था। भारत ने ब्रिटिश राजनयिक से दो टूक कहा कि रविवार को जो कुछ हुआ है वह सीधे तौर पर विएना संधि का उल्‍लंघन है।

जिस समय यह घटना हुई उस समय भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त अलेक्जेंडर डब्ल्यू एलिस यात्रा पर थे। ऐसे में उनकी डिप्टी क्रिस्टीना स्कॉट को रात के 10:30 बजे भारतीय विदेश मंत्रालय में तलब किया गया। स्कॉट के बुलाए जाने से पहले एलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया कि लंदन में इंडिया हाउस में ‘अपमानजनक कृत्य’ पूरी तरह से अस्वीकार्य है। उन्‍हें यह बता दिया गया कि भारत सुरक्षा में चूक की इस तरह की घटनाओं का हरगिज स्‍वीकार नहीं करेगा। भारत का मानना है कि यह घटना यूके स्थित भारतीय उच्‍चायुक्‍त और यहां काम करने वाले अधिकारियों की सुरक्षा के साथ बड़ा खिलवाड़ है। साथ ही यूके की सुनक सरकार से इस पर तुरंत एक्‍शन लेने की मांग की गई है।

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