सिर्फ 417 रुपये लगाकर आप बन सकते हैं करोड़पति, जाने कैसे? समझें पूरा कैलकुलेशन
नई दिल्ली। पब्लिक प्रोविडेंट फंड एक दीर्घकालिक निवेश उपकरण है, जो किसी भी निवेशक के लिए निवेश का बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। यह एक निवेशक को सेवानिवृत्ति के बाद भी अपनी वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम बनाता है। पीपीएफ नियमों के मुताबिक, निवेशक अपने पीपीएफ खाते में 100 रुपये जमा करके किसी भी बैंक या नजदीकी डाकघर में पीपीएफ खाता खोल सकता है।
यदि कोई व्यक्ति निवेश का अनुशासन बनाए रखता है, तो वह पीपीएफ खाते की परिपक्वता के समय वह करोड़पति बन सकता है। आइए जानते हैं कि ये कैसे मुमकिन होगा।
अगर आपके पास खाता है तो पीपीएफ खाते में न्यूनतम 500 प्रति वर्ष जमा करना आवश्यक है। पीपीएफ खाते में 15 साल की लॉक-इन अवधि होती है, जिसमें कमाई करने वाला व्यक्ति एक वित्तीय वर्ष में एकल जमा या अधिकतम 12 किस्तों में 1.5 लाख रुपये तक जमा कर सकता है।
पीपीएफ खाता ईईई श्रेणी में आता है, जहां व्यक्ति अपनी सालाना 1.5 लाख रुपये तक की जमा राशि पर धारा 80सी के तहत आयकर लाभ का दावा कर सकता है। इसके अलावा पीपीएफ मैच्योरिटी राशि पर भी टैक्स छूट मिलती है। पीपीएफ पर ब्याज दर 7.1 प्रतिशत है और ये तिमाही आधार पर दी जाती है।
पीपीएफ खाते की परिपक्वता अवधि 15 वर्ष है तो है, लेकिन निवेशक पीपीएफ की परिपक्वता राशि की निकासी के बिना भी इसे जारी रख सकते हैं। निवेशक के पास परिपक्वता के बाद भी अगले 5 वर्षों के लिए अपने पीपीएफ खाते को बढ़ाने का विकल्प होता है।
पीपीएफ खाताधारक अपने खाते को निवेश विकल्प के साथ आगे ले जा सकते हैं। जब आपके पीपीएफ खाते की अवधि पूरी हो जाए तो आप पैसा निकालने की बजाय फिर से निवेश के विकल्प का चयन करना चाहिए। इससे आपको पीपीएफ परिपक्वता की राशि और उसके निवेश, दोनों पर ब्याज मिल जाता है। यदि कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो वह इस निवेश से करोड़पति भी बन सकता है।
यदि कोई कमाने वाला व्यक्ति 30 वर्ष की आयु में पीपीएफ खाता खोलता है और तीन बार अपने पीपीएफ खाते को एक्स्टेंड करता है तो उस स्थिति में पीपीएफ खाताधारक 30 वर्ष के लिए पीपीएफ खाते में निवेश कर सकेगा। मान लीजिए निवेशक पीपीएफ खाते में प्रति वर्ष 1.50 लाख का निवेश करता है तो पीपीएफ पर मिलने वाली वर्तमान ब्याज 7.10 प्रतिशत के आधार पर निवेश के 30 साल बाद उसको लगभग 1.54 करोड़ रुपये मिलेंगे।
पीपीएफ कैलकुलेटर से गणना के आधार पर देखें तो निवेश के 30 वर्षों में अगर आप हर साल डेढ़ लाख लगाते हैं तो ये रकम 45 लाख (1.5 लाख x 30) हो जाती है। परिपक्वता के बाद आप इस राशि का निवेश कर देते हैं। ऐसे में इस पर मिलने वाला कुल ब्याज 1,09,50,911 रुपये हो जाता है।