सोनभद्र के प्रसिद्ध बनवासी सेवा आश्रम में आयोजित दो दिवसीय ग्राम स्वराज्य सम्मेलन सम्पन्न, देश और समाज को बचाने के लिए जनता आगे आए अन्यथा चुकानी होगी कीमत, गांधी के ग्राम स्वराज्य के 12 बुनियादी सिद्धांतों पर होना चाहिए काम

सोनभद्र,जनपद के दूरस्थ आदिवासी बहुल म्योरपुर ब्लॉक के गोविंदपुर स्थित सेवा कार्यो के लिए प्रसिद्ध “बनवासी सेवा आश्रम” के विचित्र महाकक्ष में आयोजित दो दिवसीय ग्राम स्वराज्य सम्मेलन ग्राम सभा को मजबूत बनाने के संकल्प के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार, समाज सेवी अजय शेखर ने कहा की जल जंगल और जमीन ,पहाड़ और नदिया किसी सरकार या ठेकेदार की जागीर नहीं है यह जनता की है और जनता को आगे आकर अवैध तरीके से हो रहे दोहन को रोकना होगा।उन्होंने कहा कि इसके लिए स्वार्थ का त्यागे बिना विनाश से बच नहीं सकते।
दूसरे दिन के मुख्य अतिथि डा चंद्रशेखर प्राण ने कहा कि गांधी के ग्राम स्वराज्य के 12 मूल सिद्धांतों पर पंचायते काम करें तो ग्राम स्वराज्य निश्चित रूप से आएगा।उन्होंने कहा की पावर सही दिशा में काम करे तो उसका अर्थ निकलता है।50 वर्षो में हम लक्ष्य विहीन दिशा में ही चल रहे हैं अन्यथा पंचायत और मजबूत हुई होती।पद्म श्री हिवेरे बाजार के प्रधान पोपट पवार ने वर्तमान स्थिति को लेकर चर्चा की और बताया की आज मेरी पंचायत दुनिया के निगाह में है इसने ग्राम सभा की सोच निहित है।डीपीआरओ विशाल सिंह ने कहा कि गांधी के सपनों के ग्राम स्वराज्य को जमीन पर उतारने और उसमें रंग भरने के लिए सहभागिता के आधार पर योजना बनाएं और सबको साथ लेकर चलें जिससे विकास हो सके।
वनवासी सेवा आश्रम की कर्णधार शुभा प्रेम ने वर्ष में किए गए कार्यकर्मों की विस्तृत जानकारी रखी और बताया कि 37 ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा को मजबूत बनाने का प्रयास हो रहा है साथ ही युवाओं को तकनीकी जानकारी और प्रशिक्षण दिया जा रहा है यहां तक कि बीएचयू से मिल कर बीज वितरण और उत्पादन का प्रयास किया जा रहा है यहां आसपास कंपोस्ट खाद और जैविक खेती से 500 किसान जुड़े है।पर्यावरण सरंक्षण का भरपूर प्रयास हो रहा है। 50 महिलाए मशरूम उत्पादन के जरिए पूरक रोजगार पा रही हैं डीडीएम नाबार्ड अमित कुमार पांडेय ने योजनाओं की जानकारी दी और आगे बताया कि वर्षा जल प्रबंधन कर हम सूखे का सामना कर सकते हैं।एनसीएल बीना के प्रवीण श्रीवास्तव ने कहा की जल जंगल का उपयोग कर समाज को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का प्रयास हो रहा है। 2045 तक हम शून्य प्रतिशत कार्बन पर आयेंगे। बिहार राज्य के पूर्व कृषि मंत्री और वर्तमान विधायक सुधाकर ने कहा की आज प्रकृति का दोहन चरम पर है पेड़ काटे जा रहे हैं। पौध रोपण में ग्रामीणों की भागीदारी नही है क्योंकि पौध रोपण में उनके हित वाले पौधे नहीं लगाए जा रहे। श्री मोहन शुक्ला,नीलम सिंह जागृति राही ने कहा कि आश्रम ग्रामीण विकास का विश्वविद्यालय है। राम नारायण ने रिहंद बांध से किए जाने वाले हर घर नल योजना पर सवाल खड़ा किया।सिंगरौली प्रदूषण मुक्ति वाहिनी के संयोजक रामेश्वर प्रसाद ने प्रदूषण की विकराल समस्या पर चर्चा की।इसके पूर्व सांस्कृतिक कार्यक्रम में “सैला नृत्य” और “आओ खोजें अपनी सरकार” नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया।डा. रागिनी बहन के पुण्य तिथि पर सर्व धर्म प्रार्थना का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और उनके कार्यों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया। मौके पर बिहार के विधायक सुधाकर,डा. विभा,वसंत भाई, नीलम सिंह,जागृति राही, नाशिम अंसारी,कन्हैया ,अनिल केशरी,प्रभु सिंह एडवोकेट, अवध नारायण,प्रधान मंजू देवी , सत्यनारायण यादव, जगत भाई,रमेश,राम विचार गौतम, सहित सैकड़ों लोग मैजूद रहे।

रवीन्द्र केसरी सोनभद्र

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