सोनभद्र में वन क्षेत्र के पास एकत्रित अवैध हरी लकड़ियों का ढेर बना चर्चा का विषय, सो रहा वन विभाग या मिली भगत ?

सोनभद्र। जनपद के दक्षिण – पश्चिम में वन क्षेत्र महुआरिया के पास हर भरे पेड़ों की अवैध कटाई कर वहीं पास में ही ही पेड़ व टहनियों को शाहगंज-राजगढ़ सम्पर्क मार्ग पर खजुरी गांव के पास सडक किनारे एक स्थान पर सूखने के लिए एकत्र करके पैसा कमाने का जरिया बन चुका है। जिससे स्पष्ट प्रतीत होता है कि अवैध लकड़ी का धंधा जोरों से फल फूल रहा है और यह वहां दिखाई पड़ रहा है जिस रास्ते से प्रतिदिन प्रशासनिक स्तर के अधिकारियों का आना-जाना भी लगा रहता हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दो – तीन महीने पूर्व ही वृक्ष बचाओ अभियान के तहत करोड़ो पौधे लगाकर प्रदेश में सोनभद्र ने
प्रथम स्थान पर रहा था। लोगों का कहना है कि महुअरिया वन्य क्षेत्र के अंतर्गत क्षेत्र में किसके इशारे पर आए दिन हरे पेड़ों को काट कर उसके अस्तित्व को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है यह चिंता के साथ कार्यवाही का विषय है कड़ी कार्यवाही न होने के कारण वातावरण पर इसका प्रतिकूल असर सभी मौसमों में स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी हरे पेड़ों की कटान पर रहस्यमयी चुप्पी धारण किए हुए हैं कहीं यह मिली भगत का परिणाम तो नहीं है जिसका दुष्परिणाम मनुष्यों के साथ-साथ पशु-पक्षी पर साफ दिखाई पड़ रहा है। दूरस्थ गांवों की तरफ जो हरे भरे पेड़ बचे हुए हैं उसे जंगल माफिया काटने में दिन-रात मशगूल नजर आ रहे हैं। पेड़ पौधों को इसी तरह काटा जाता रहा तो शायद वह दिन भी देखना पड़ जाएगा जब प्रदेश के जंगलों में अग्रणी स्थान रखने वाला सोनभद्र भी जंगल विहीन हो जाएगा। जागरूक ग्रामीणों ने वन विभाग से अवैध रूप से हरे पेड़ों को काटकर फल-फूल रहे वन माफियाओं की जाँच कर सख्त कार्यवाई करने की अपेक्षा की है।

रवीन्द्र केसरी सोनभद्र

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