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भारत ने OIC को दी चेतावनी तो पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक को लगी मिर्ची

नई दिल्ली: भारत ने इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी को चेतावनी देते हुए कहा था कि कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है और भारत के आंतरिक मामलों में हम किसी भी प्रकार का कोई हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करेंगे.

भारत ने यह चेतावनी ओआईसी के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा की ओर से कश्मीर को लेकर दिए गए विवादित बयान पर दिया था. पीओके और पाकिस्तान के तीन दिवसीय दौरे पर गए हिसेन ब्राहिम ताहा ने कहा था कि कश्मीर विवाद को सुलझाने के लिए आईओसी बातचीत का एक खाका तैयार कर रहा है.

भारत से पूछा सवाल
वहीं, अब भारत में पाकिस्तान के राजदूत रहे अब्दुल बासित ने भारत के खिलाफ जहर उगला है. बासित ने भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची की ओर से ओआईसी पर किए गए ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि अगर कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा है तो फिर भारत और पाकिस्तान के बीच इस पर क्यों चर्चा होती रही है.

अब्दुल बासित ने सवाल उठाते हुए आगे लिखा है कि अगर कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है तो यूएनएससी का प्रस्ताव और शिमला समझौता क्या है? पाकिस्तान के पूर्व राजदूत ने कहा है कि भारत की रुख अतार्किक और भ्रामक है.

भारत ने दिया था करारा जवाब
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि ये दुर्भाग्य की बात है कि आईओसी का महासचिव पाकिस्तान का मोहरा बन चुका है. पाकिस्तान को नसीहत देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा था कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और हम किसी भी अन्य देश के हस्तक्षेप को स्वीकार नहीं करेंगे.

क्या कहा था ओआईसी ने
पाकिस्तान दौरे पर गए ओआईसी के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत का रास्ता ढूंढने के लिए इस्लामिक संगठन एक योजना पर काम कर रहा है. इस दौरान ताहा ने कश्मीर को भी इस्लामिक संगठन का हिस्सा बताते हुए कहा था कि हम यहां भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चल रहे कश्मीर विवाद को सुलझाने के लिए ओआईसी की एकजुटता, सहानुभूति और दृढ़ संकल्प व्यक्त करने आए हैं.

भारतीय विदेश नीति की तारीफ भी की

हालांकि अब्दुल बासित ने भारतीय विदेश नीति की तारीफ भी की है. हाल ही में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की ओर से पाकिस्तान में एशिया कप क्रिकेट मैच पर दिए गए बयान की भी बासित ने खूब तारीफ की. बासित ने अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से कहा कि भारत 5 अगस्त 2019 के बाद से कश्मीर पर दिए गए बयान पर अडिग है और वो अपना नैरेटिव आगे बढ़ा रहा है.

भारत में पाकिस्तान के राजदूत रहे अब्दुल बासित ने कहा कि भारत हमेशा से कहता रहा है कि पाकिस्तान दहशतगर्दी को सपोर्ट करता है. इसलिए पाकिस्तान के साथ न ही कोई बातचीत होगी और न ही उससे कोई ताल्लुक रखेंगे. और भारत इस नैरेटिव को बनाए रखने में कामयाब रहा है.

पाकिस्तान को भारत ने सीखना चाहिएः अब्दुल बासित

वहीं, पाकिस्तान की विदेश नीति की आलोचना करते हुए बासित ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि हमारी पॉलिसी में वो निरंतरता नहीं है, जो होनी चाहिए. पूर्व राजदूत रहे बासित ने आगे कहा, “हमारी भी पिछली सरकार ने 5 अगस्त 2019 के बाद कहा था कि वो तब तक भारत से बातचीत या संबंध स्थापित नहीं करेंगे जब तक भारत कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले को रद्द न कर दे. लेकिन हमने बाद में देखा कि हमने कभी कहा कि ट्रेड बहाल करेंगे और कभी कहा नहीं करेंगे. हमने तो भारत के लिए एयरस्पेस भी खोल दिया.”

अब्दुल बासित ने कहा कि वहीं इसके विपरीत भारत बड़ी निरंतरता के साथ पाकिस्तान के खिलाफ अपने रुख पर कायम है. ऐसे में दुनिया हमारी मजाक बनाती है कि ये लोग सिर्फ बातें करते हैं. इसलिए दुनिया हमें सपोर्ट करना मुनासिब नहीं समझती है. पाकिस्तान सरकार को नसीहत देते हुए बासित ने कहा कि पाकिस्तान को भारत से सीखना चाहिए कि कैसे नैरेटिव बिल्ड किया जाता है.

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