Top Newsउत्तर प्रदेशराज्य

मोहर्रम/श्रावण मास में कांवड़ यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने तथा शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से बैठक हुई सम्पन्न

 

बरेली, 23 जून। जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में विगत दिवस मोहर्रम/कावड़ के पर्व पर शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक जी0आई0सी0 ऑडिटोरियम में सम्पन्न हुई।

बैठक में जिलाधिकारी द्वारा समस्त उप जिलाधिकारी/तहसीलदार/पुलिस क्षेत्राधिकारी से उनके क्षेत्र की समस्याओं और आगामी त्योहारों के दृष्टिगत की गयी तैयारी की जानकारी ली गयी।

बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि मोहर्रम व कांवड़ में कोई भी नई परम्परा ना डाली जाए। जुलूस के आगे-पीछे व दाएं-बाएं पुलिस वालों को रहना अनिवार्य है, जिससे वह निर्धारित रुटों पर ही चले मार्ग से ना भटकें। उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं है कि मुस्लिम भाई ही ताजिया निकाले, कई बार मन्नत पूरी होने पर कुछ हिन्दु भाई भी ताजिया निकालते हैं इसका भी ध्यान रखा जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि कावड़ के मार्गों के गड्ढों/विद्युत के तार-पोल आदि को देख लिया जाए तथा विद्युत पोल पर 10-12 फीट तक प्लास्टिक शीट को लगवा दिया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में जुलूस/कांवड़ मार्गों पर साफ-सफाई आदि की व्यवस्था को दुरुस्त रखी जाए तथा नाथ परिक्रमा के दौरान प्रत्येक मंदिर पर नोडल अधिकारी तैनात किए जाएं। फूल प्रूफ तैयारी रखें कि कोई ऐसी घटना ना घटने पाए, जिससे प्रशासन व पुलिस की छवि खराब हो।

बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने अवगत कराया गया कि पिछले तीन वर्ष के विवादों को लिखित रुप से सभी थानों पर भेजा गया हैं, प्रत्येक विवाद स्थल पर जाकर आवश्यक कार्यवाही अवश्य करें। उन्होंने निर्देश दिए कि मोहर्रम के जुलूस रात को निकलते हैं लेकिन आप लोगों द्वारा भ्रमण दिन के समय व गाड़ी से किए जाते हैं, जिससे रात की समस्याओं का अंदाजा नहीं लगता है, इसलिए रात में भी भ्रणम करें और पैदल भ्रमण करें। उन्होंने निर्देश दिए कि हर ताजिये पर एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए और जो ताजिया तैयार की जाने के दौरान प्रतिदिन ताजियादारों के पास जाकर ऊंचाई आदि मानकों की जानकारी दें, ताजियों की ऊंचाई व्यक्ति या वाहन के साथ 12 फीट तक ही होनी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि भ्रमण के दौरान विद्युत के खम्भों और ट्रांसफार्मर की स्थिति का भी ध्यान रखें और उसकी रिपोर्ट विद्युत विभाग को दें, ताजियों के साथ अलम (झंडे) भी होते हैं जो काफी ऊंचे हो सकते हैं इस पर विशेष ध्यान रखें कि कहीं विद्युत तार आदि के सम्पर्क में ना आये।

बैठक में निर्देश दिए कि डीजे वालो को भी निर्धारित मानक से बड़े डीजे ना लगाए जाने के लिये नोटिस दिया जाये, डीजे का साइज 12×16 से ज्यादा नहीं होना चाहिये। इसके साथ ही मन्नत के ताजियों की भी जानकारी रखें व ताजियादारों से पूछ लें कि कौन-कौन लोग मन्नत के ताजिये लेकर जाएंगे। बैठक में निर्देश दिए कि कावड़ के मार्गों पर मीट की दुकानें नहीं होनी चाहिये, कावड़ के मार्गों पर कितनी मस्जिदें, कब्रिस्तान, दरगाह आदि पड़ते हैं इसकी भी जानकारी रखें। शिव मंदिरों के आस-पास भी ध्यान रखें कि मंदिरों में जल चढ़ने से फिसलन हो जाती है इसलिए जूट की मैटिंग बिछवायी जाये। सीसीटीवी कैमरे सक्रिय करवा लिए जाएं, शिव मंदिरों में महिला/पुरुषों की लाइन अलग-अलग रहें। मंदिरों के निकट पार्किंग की व्यवस्थाओं को भी देख लें और पॉकेट मारों आदि की दृष्टि से भी माहौल सख्त कर दिया जाये। हर कांवड़ जत्थे का भी एक पुलिस कर्मी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाये। पेट्रोल पम्प वालों को भी निर्देशित किया जाए बोतलों आदि में पेट्रोल/डीजल ना दिया जाए। महिला कांवड़ियों के लिये भी शिविर बनवाएं जाएं, कांवड़ शिविरों एवं भण्डारों में सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था रखी जाए। कावड़ के रुटों पर गूलर के पेड़ आदि भी देख लिए जाएं।

बैठक में अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग को मोहर्रम/कावड़ के जुलूसों के रुटों को भली प्रकार निरीक्षण कर गड्ढों आदि को भरवाने व मार्ग व्यवस्था दुरस्त कराने के निर्देश दिए। निर्देश दिए गए कि विद्युत के तार नीचे लटकने हुए नहीं होने चाहिए, जिससे ताजियों के सम्पर्क में आने पर दुर्घटना की सम्भावना से बचा जा सकें। इसके अतिरिक्त जुलूसों/कावड़़ के रुटों पर पर यदि कहीं पेड़ की टहनी झुकी हैं व पेड़ टूट गया है तो समय रहते हटाने के निर्देश दिए गए। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को ऐसे कोई पुराने विवाद जो अब तक निस्तारित ना हो पाएं हों उन पर विशेष ध्यान देते हुए निस्तारित कराने व सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए।

बैठक में निर्देश दिए कि यदि मार्गों पर कहीं जलभराव की समस्या है तो जुलूस से पहले हर हाल में पम्प सेट आदि लगाकर पानी निकलवा दिया जाए। ताजिये की ऊंचाई जमीन से लगाकर 12 फीट से अधिक नहीं होनी चाहिये इस बात को प्रत्येक ताजियेदार तक अनिवार्य रुप से पहुंचा दिया जाए। निर्देश दिए गए कि बारिश के मौसम के दृष्टिगत जगह-जगह जलभराव की सम्भावना है तथा तेज आंधी आने पर पेड़ आदि की डालियां टूटे तो उन्हें भी मार्गों से हटवाना है। बिजली तारों के अलावा इंटरनेट व केबिल के तारों का भी विशेष ध्यान रखा जाए।

उप जिलाधिकारियों/पुलिस क्षेत्राधिकारियों को निर्देश दिए गए कि थाने वार ताजियादारों व स्थानीय अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देशित करें कि ताजियों की ऊंचाई व्यक्ति या वाहन के साथ 12 फीट तक ही होनी चाहिए।

बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य, नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य, अपर जिलाधिकारी प्रशासन पूर्णिमा सिंह, अपर जिलाधिकारी(वित्त/राजस्व) संतोष कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी नगर सौरभ दुबे, अपर जिलाधिकारी न्यायिक देश दीपक सिंह, नगर मजिस्ट्रेट अलंकार अग्निहोत्री, मुख्य चिकित्साधिकारी विश्राम सिंह, ए0सी0एम0, परियोजना निदेशक डीआरडीए, अपर नगर आयुक्त, पुलिस अधीक्षक यातायात, पुलिस अधीक्षक शहर/देहात, समस्त उप जिलाधिकारी/तहसीलदार/पुलिस क्षेत्राधिकारी सहित सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट