सीने में चाकू लगते ही पति चिल्लाया, मुझे मत मारो…तलाक दे दूंगा, प्रेमी संग मिल पति के कर दिए टुकड़े-टुकड़े
मेरठ। मेरठ शहर के ब्रह्मपुरी में प्रेमी संग मिलकर महिला ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। पांच साल की बेटी की वजह से पति ने तलाक देने से इनकार कर दिया तो मुस्कान ने सोते हुए पति के हाथ पकड़ ली, प्रेमी ने सीने पर चाकू से वार किए। पहले वार पर सौरभ चिल्लाया… मुझे मत मारो, तलाक दे दूंगा, लेकिन साहिल व मुस्कान का दिल नहीं पसीजा और उसकी हत्या कर दी।
इसके बाद शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। शव के कई टुकड़े कर प्लास्टिक के ड्रम में डाल दिए फिर सीमेंट डालकर पानी से लेप कर दिया। रातभर में सीमेंट पत्थर में तब्दील हो गया। उसके बाद दोनों बेटी की जन्मदिन मानाने शिमला चले गए। मुस्कान रस्तोगी शिमला से लौटने के बाद अपनी मां को यह बात बताई। तो मां ने पुलिस को सूचित किया और अब दोनों की गिरफ्तारी और घटना का खुलासा हुआ।
सौरभ कुमार ने वर्ष 2016 में मुस्कान से लव मैरिज की थी, दंपत्ति के पांच वर्ष की बेटी पीहू है। पत्नी का जन्मदिन ( 25 फरवरी ) मनाने सौरभ कुमार, अपने कार्यस्थल लंदन से 24 फरवरी को भारत आए थे। 04 मार्च 2025 को मुस्कान ने सौरभ के खाने में बेहोशी की दवा देकर प्रेमी साहिल शुक्ला ने सौरभ पर ताबड़तोड़ चाकू से कई बार किया। सौरभ अपनी जान की भीख मांगता रहा। प्रेमी और प्रेमिका नशे में होने का कारण उनका दिल नहीं पसीजा। सौरभ ने कहा कि मुझे मत मारो मई तुम्हे तलाक दे दूंगा , उसके बावजूद उनका दिल नहीं पसीजा।
पुलिस कि गिरफ़्तारी के बाद मुस्कान और साहिल ने पुलिस को बताया कि नशे के लिए ड्रग्स भी लेते थे। हत्या वाले दिन भी दोनों ने सिगरेट में ड्रग्स भरकर पी। नशे में होने के बाद सौरभ को मार डाला। कत्ल के बाद शव के टुकड़े कर प्लास्टिक के ड्रम में डाल दिए, फिर सीमेंट डालकर पानी से लेप कर दिया। रातभर में सीमेंट पत्थर में तब्दील हो गया। हत्या के बाद दोनों घर पर ही सो गए। बेटी पीहू दूसरे कमरे में सो रही थी।
मुस्कान के अनुसार, सौरभ के लंदन से लौटने के बाद उसे साहिल और अपनी प्रेम कहानी के बारे में बता दिया था। 28 जनवरी को पीहू का जन्मदिन मनाने के बाद मुस्कान ने सौरभ के सामने तलाक का प्रस्ताव रखा था। सौरभ ने परिवार को भी यह बात बताई थी। बेटी पीहू की खातिर उसने मुस्कान को तलाक देने से इनकार कर दिया था। तब मुस्कान और सोहिल ने सौरभ की हत्या की पटकथा रची। कबाड़ी बाजार से प्लास्टिक का ड्रम खरीदकर लाए। झंडा चौक से एक सीमेंट का बैग लिया। ड्रम को पहले ही मुस्कान के घर पर रख दिया था। सौरभ के पूछने पर बताया था कि आटा रखने के लिए ड्रम खरीदा है। सीमेंट का बैग साहिल ने दोस्त के पास रख दिया था। सौरभ की हत्या के बाद वह स्कूटी पर जाकर सीमेंट का बैग ले आया था।
ड्रम के अंदर पत्थर हो गया था सौरभ का शव
मुस्कान और साहिल की निशानदेही पर पुलिस ने घर के अंदर से ड्रम बरामद कर लिया। उसे ड्रील मशीन से काटने का प्रयास किया। सीमेंट इतना सख्त हो गया था कि वह कट नहीं पा रहा था। उसके बाद पुलिस ने ड्रम को पोस्टमार्टम हाउस ले गई। यहां दो ड्रील मशीन से सीमेंट को काटकर सौरभ का शव निकाला गया। उसके बाद देर रात तक शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
हमे पांच मिनट दे दो, यहीं चुकाएंगे बदला
सौरभ की क्रूरता से की गई हत्या की जानकारी मिलते ही रिश्तेदारों के साथ सौरभ का परिवार ब्रह्मपुरी थाने पहुंच गया और थाना परिसर में हंगामा कर दिया। वह पुलिस से मुस्कान और साहिल को उन्हें सौंपने की बात कह रहे था। उनका कहना था कि कानूनी दांव पेंच में पता नहीं कब न्याय मिलेगा, हमें पांच मिनट दे दो, यहीं पर हिसाब चुकता कर लेंगे। सौरभ के परिवार के गुस्से को देखकर पुलिस ने तत्काल ही मुस्कान और साहिल को ब्रह्मपुरी थाने से अन्य स्थान पर शिफ्ट कर दिया।
“झूठी मोहब्बत ने बेटे की जान ले ली”
मुन्ना लाल के परिवार में उनकी पत्नी रेनू और दो बेटे बबलू और सौरभ थे। एक बेटी शिवानी है। सौरभ ने प्रेम विवाह किया था। उसकी हत्या के बाद मां रेनू का कहना था कि मोहब्बत में लोग एक-दूसरे के लिए जान देते हैं। मुस्कान ने तो मोहब्बत के नाम को भी बदनाम कर दिया। इस मोहब्बत की झूठी कहानी पर रोने के अलावा हमारे पास कुछ नहीं बचा है। झूठी मोहब्बत ने मेरे बेटे की जान ले ली।