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कान पकड़कर खींचा फिर ताबड़तोड़ बरसाए थप्पड, बाल शिशु गृह में केयरटेकर ने बच्चों को बेरहमी से पीटा

यूपी के शाहजहांपुर के राजकीय बाल शिशु गृह में मासूम बच्चों पर हो रहे अत्याचार की सच्चाई सामने आ गई है। सरकारी संरक्षण में पल रहे नौनिहालों पर जिस बेरहमी से हिंसा हुई, उसका वीडियो सामने आते ही शासन-प्रशासन की व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। वहीं, वीडियो वायरल होने पर पुलिस प्रशासन ने आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही है।

जिले के चौक कोतवाली क्षेत्र के बरेली मोड़ स्थित राजकीय बाल शिशु गृह में रह रहे अनाथ बच्चों के साथ केयर टेकर पूनम गंगवार की क्रूरता सामने आई है। रविवार को सोशल मीडिया पर तीन वीडियो वायरल हुए हैं, जिनकी अवधि 23 सेकंड, 5 सेकंड और 14 सेकंड है। वीडियो में पूनम गंगवार न केवल मासूम बच्चों को डंडे से पीटती दिख रही हैं, बल्कि थप्पड़ मारते हुए और बच्चों के कान पकड़कर खींचते हुए भी नजर आ रही हैं। शिशुगृह में लगभग 13 बच्चे रहते हैं, जिनमें अधिकांश अनाथ या बेसहारा हैं। जिस स्थान पर इन बच्चों को सुरक्षा, स्नेह और संवेदनशील देखभाल मिलनी चाहिए, वहां इस प्रकार की हिंसा अत्यंत शर्मनाक है।

जिला प्रशासन और बाल संरक्षण आयोग में हड़कंप
वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन और बाल संरक्षण आयोग में हड़कंप मच गया है। फिलहाल जिम्मेदार अधिकारी मामले की जांच की बात कह रहे हैं लेकिन अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या बच्चों की सुरक्षा केवल कागजों तक सीमित रह गई है। लोगों ने इस मामले में कठोर कार्रवाई की मांग की है, ताकि दोबारा कोई मासूम इस तरह की बर्बरता का शिकार न हो। वहीं, इस मामले डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि उन्हें वीडियो संज्ञान में आया है। सीडीओ से रिपोर्ट मांगी गई है। जो भी कर्मी दोषी होगा, उसपर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। साथ ही निलंबित भी किया जाएगा। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उक्त कर्मी कहीं भी आउटसोर्स पर भी काम न कर पाएं।

वहीं, सीडीओ डॉ. अपराजिता सिंह का कहना है कि वायरल वीडियो जून 2024 का है। उस समय केवल तस्वीरें मिलीं थीं। तब केयर टेकर से स्पष्टीकरण मांगा गया था। संतोषजनक जवाब नहीं होने पर केयर टेकर को नवादा इंदेपुर वन स्टॉप सेंटर से संबद्ध कर दिया गया था। उसके बाद नया केयर टेकर तैनात कर दिया गया। अब वीडियो सामने आया है तो संज्ञान ले लिया गया है। केंद्र जाकर बच्चों से और अन्य कर्मियों से बयान लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। दोषियों पर कार्रवाई होगी।