PFI पर प्रतिबंध लगाना राष्टीयहित का काम-इंद्रेश कुमार

नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर प्रतिबंध लगाने के लिए केंद्र की सराहना की और इस कदम का विरोध करने वालों की निंदा करते हुए उन्हें ‘भारत विरोधी’ बताया. कुमार ने आरएसएस पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग करने वाले विपक्षी नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें ‘मानसिक रूप से कमज़ोर’ बताया. आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य कुमार ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘पीएफआई पर प्रतिबंध लगाना समय की सबसे बड़ी मांग थी. सरकार ने देश, लोकतंत्र और मानवता की रक्षा के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम उठाया है. इस फैसले को लेकर सरकार की तारीफ करने के लिए शब्द नहीं हैं.’

उन्होंने कहा कि पीएफआई पर प्रतिबंध का विरोध करने वाले सभी लोग ‘भारत विरोधी’ हैं और देश की शांति, सद्भावना और विकास के खिलाफ हैं. कुमार ने कहा कि पीएफआई पर प्रतिबंध का विरोध करके, वे हिंसा और हत्याओं का भी समर्थन कर रहे हैं. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने आरएसएस को एक ‘‘हिंदू कट्टरपंथी संगठन’’ बताते हुए बुधवार को कहा कि इस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए. इस पर पलटवार करते हुए कुमार ने कहा कि आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने वाले ‘मानसिक रूप से कमजोर हैं.’ राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संरक्षक कुमार ने दावा किया कि बड़ी संख्या में मौलवियों और मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगाए जाने पर उनसे बातचीत कर अपनी खुशी जताई है.

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को एक ‘‘हिंदू चरमपंथी संगठन’’ बताते हुए बुधवार को कहा कि इस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा इस्लामिक चरमपंथी संगठन ‘पीएफआई’ पर प्रतिबंध के बारे में पत्रकारों के सवालों के जवाब में यह टिप्पणी की. इस बीच, भाजपा ने लालू की टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री पर वोट बैंक और छद्म धर्मनिरपेक्षता की राजनीति करने का आरोप लगाया.

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