उत्तर प्रदेश

रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में नेशनल लेवल फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम : चतुर्थ दिवस

बरेली ,01 दिसम्बर। महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में नेशनल लेवल फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के चौथे दिन का आरम्भ कल हाइब्रिड मोड में किया गया जिसमें विभाग के समिति कक्ष में कार्यक्रम की कन्वीनर प्रो. रश्मि अग्रवाल, को-कन्वीनर प्रो. यशपाल सिंह, मॉडरेटर डॉ. गौरव राव तथा डॉ. प्रतिभा सागर, समन्वयक डॉ तरुण राष्ट्रीय, समस्त शिक्षकगण, शोधार्थी व विद्यार्थी उपस्थित रहे तथा 200 प्रतिभागियों व अन्य आमंत्रित सहभागियों ने ऑनलाइन मोड में प्रतिभाग किया। पहले सत्र की प्रमुख वक्ता डॉ किरन लता डंगवाल, एसोसिएट प्रोफेसर शिक्षा विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, ने “शिक्षक शिक्षा में आर्टिफिशल इंटेलिजंस (ए.आई.) के प्रयोग” विषय पर अपने विचार व्यक्त किये। अपने व्याख्यान की शुरुआत में उन्होंने एक उदाहरण के माध्यम से ए.आई. के सम्प्रत्यय को स्पष्ट करते हुए इसकी आवश्यकता, विकास, प्रयोगों और चुनौतियों पर प्रतिभागियों का ध्यान केंद्रित किया। इस सत्र में शिक्षक शिक्षा में ए.आई. के प्रयोग, ए.आई. टूल्स जैसे एडोब फायरफ्लाई, वर्चुअल क्लास रूम, रिमोट लर्निंग, रोबोटिक्स आदि पर चर्चा की गई। अपनी प्रस्तुति के अंत में उन्होंने ए.आई. की कार्यप्रणाली एवं भविष्य, तथा विद्यार्थियों को इसके लिए कैसे तैयार किया जाए जैसे तमाम विषयों पर विचार-मंथन किया।
दूसरे सत्र के मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए प्रोफेसर कौशल किशोर, सदस्य नॉर्थ ईस्ट रीजनल कमेटी ऑफ एनसीटीई, शिक्षक शिक्षा विभाग जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली ने “ऐकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (ए.बी.सी.)” के विषय में अपने विचार व्यक्त किये। अपनी प्रस्तुति का आरंभ उन्होंने प्रतिभागियों की शंकाओं की जानकारी हासिल करते हुए ऐकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट की अवधारणा को स्पष्ट करते हुए किया। इसके साथ ही उन्होंने परंपरागत शिक्षण कार्यक्रम की कमियों को दूर करने तथा ऐकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट के निर्धारण में विश्वविद्यालयों एवं उच्च शिक्षण संस्थानों की भूमिका पर प्रकाश डाला। अपनी चर्चा के अंत में उन्होंने ऐकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट संबंधी भारत का राजपत्र समझाते हुए अपने व्याख्यान को समाप्त किया और तत्पश्चात प्रतिभागियों की ऐकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट संबंधी शंकाओं का समाधान किया।
कार्यक्रम के तकनीकी प्रभारी श्री रश्मिरंजन रहे। आज के सत्र समन्वयक डॉ तरुण राष्ट्रीय तथा कार्यक्रम की ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ प्रतिभा सागर ने समापन वक्तव्य तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए आज के इस कार्यक्रम का समापन किया। इस अवसर पर विभाग के शिक्षक डॉ प्रवीण तिवारी, डॉ सुरेश कुमार, श्री रश्मि रंजन, तथा शोधार्थी स्वाति पाण्डेय, उपवन कुमार, आकाश कुमार, शाविया, शिवी अग्रवाल, इंदु कुमारी, जगदीश कुमार, एवं सत्य प्रकाश आजाद, सभागार में उपस्थित रहे।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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