अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने जीता प्रतिष्ठित सीआईआई क्लाइमेट एक्शन सीएपी 2.0 अवार्ड 2023

अहमदाबाद, 16 मार्च 2024: भारत की सबसे बड़ी निजी ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी तथा वैश्विक स्तर पर विविध अदाणी पोर्टफोलियो का हिस्सा अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) को भारतीय उद्योग निकाय सीआईआई के प्रतिष्ठित क्लाइमेट एक्शन प्रोग्राम ‘सीएपी 2.0 अवार्ड’ 2023 के लिए ‘रेजिलिएंट कैटेगरी’ में सम्मानित किया गया है।
कंपनी को ‘रेजिलिएंट कैटेगरी’ में मिला यह अवार्ड पिछले साल की “ओरिएंटेड कैटेगरी” की उपलब्धि से काफी बेहतर है। यह अवार्ड निरंतर सुधार और चुनौतियों का सामना करने की दृढ़ता के लिए एईएसएल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
एईएसएल के प्रबंध निदेशक श्री अनिल सारदाना ने कहा, “हमें सीआईआई से यह सम्मान प्राप्त करके बेहद ख़ुशी महसूस कर रहे हैं। यह अवार्ड भविष्य की टिकाऊ कार्यप्रणालियों के लिए हमारी प्रतिबद्धता और जलवायु चुनौतियों से निपटने के हमारे समर्पण का प्रमाण है।”
सीआईआई सीएपी 2.0 अवार्ड उन कंपनियों को दिया जाता है जो विशिष्ट कैटेगरी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करती हैं। इस वर्ष, एईएसएल अपने लचीलापन के लिए अपने साथियों के बीच खड़ा है।

क्लाइमेट एक्शन प्रोग्राम (सीएपी 2.0) के बारे में:
सीआईआई सीएपी 2.0 अवार्ड्स जलवायु परिवर्तन पर सार्थक कार्रवाई करने वाली कंपनियों को सम्मानित करने के लिए बनाए गए हैं। ऐसी कंपनियों को जलवायु जोखिम को कम करने, बाजार के नए अवसरों का फायदा उठाने और जलवायु के अनुकूल बनने में मदद करते हैं। सीएपी 2.0 कार्यक्रम कंपनियों को जलवायु परिवर्तन से जुड़े खतरों और अवसरों से निपटने में मदद करता है। साथ ही ये पुरस्कार कंपनियों को उनके कारोबार और उसकी प्रक्रियाओं में जलवायु परिवर्तन से जुड़ी कार्रवाई को शामिल करने के लिए प्रेरित करते हैं।
ये अवार्ड कंपनियों की प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जो नई परेशानियों को जल्दी पहचानने और उनका विश्लेषण करने के लिए जानी जाती हैं। इससे वे अपने प्रतिस्पधियों से बेहतर स्थिति में रहती हैं और संभावित नुकसान से बचने या उन्हें कम करने के लिए बेहतर स्थिति में आ पाती हैं।
वर्ष 2023 में सीआईआई सीएपी 2.0 ने कंपनियों को तीन मुख्य श्रेणियों में उनकी परिपक्वता के स्तर के आधार पर मान्यता दी:
लचीलापन: यह श्रेणी उन कंपनियों के लिए है जिनकी रणनीति और योजनाएँ जलवायु जोखिम को कम करने के अनुरूप हैं। उनकी जलवायु परिवर्तन योजना भविष्य को ध्यान में रखकर हैं, लचीलापन लाने के लिए अनुकूलन परियोजनाएँ बनाई गई हैं, शमन परियोजनाओं की योजना बनाई और क्रियान्वित की हैं, और उत्सर्जन को कम करने के लक्ष्य विज्ञान-आधारित और भविष्य को केंद्र में रखकर तय किये गए हैं।
उन्मुख (ओरिएंटेड): यह श्रेणी उन कंपनियों के लिए है जो अपनी जलवायु कार्य योजनाओं में प्रगति कर रही हैं, लेकिन अभी तक लचीलापन श्रेणी के स्तर तक नहीं पहुंची हैं।
प्रतिबद्ध: यह श्रेणी उन कंपनियों के लिए है जो प्राथमिक जोखिम, ग्रीनहाउस गैस प्रबंधन की पहचान करती हैं, लक्ष्य तय करती हैं और एक सहभागी संस्कृति रखती हैं, लेकिन अभी तक उन्मुख (ओरिएंटेड) श्रेणी के स्तर तक नहीं पहुंची हैं।

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